मुंबई: देशभर में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, रोजाना देशभर के अलग—अलग राज्यों से लाखों मरीज सामने आ रहे हैं। देश में सबसे ज्यादा मरीज महाराष्ट्र में सामने आ रहे हैं। हालात को देखते हुए उद्धव ठाकरे सरकार ने कई जिलों में टोटल लॉकडाउन कर दिया है। वहीं, लॉकडाउन को हटाए जाने को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे ने एक मीडिया संस्थान के माध्यम से बड़ा बयान दिया है। सीएम ठाकरे ने कहा है कि लॉकडाउन हटा दिया जाएगा, लेकिन मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा?
मीडिया संस्थान को दिए बयान में उन्होंने कहा कि मैं कभी नहीं कहूंगा कि लॉकडाउन को पूरी तरह से हटाया जाएगा। लेकिन मैंने कुछ चीजों को धीरे-धीरे फिर से खोलना शुरू कर दिया है। एक बार फिर से खुलने पर इसे दोबारा बंद नहीं किया जाना चाहिए। इसलिए मैं चरणबद्ध तरीके से कदम उठाना चाहता हूं। आप सिर्फ अर्थव्यवस्था या स्वास्थ्य के बारे में ही नहीं सोच सकते। दोनों के बीच संतुलन बनाने की जरूरत है।
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राज्य में लागू लॉकडाउन 31 जुलाई तक चलेगा। जून के बाद से सरकार ने अपनी ‘मिशन बिगिन अगेन पहल के तहत चरणबद्ध तरीके से पाबंदियां हटानी शुरू कर दी थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महामारी एक वैश्विक युद्ध है। इसने पूरी दुनिया पर असर डाला है। जिन देशों ने यह सोचकर जल्दबाजी में लॉकडाउन हटा दिया था कि यह बीमारी खत्म हो गई है वे इसे फैलने से रोकने के लिए फिर से पाबंदियां लगाने पर मजबूर हैं। ऑस्ट्रेलिया में उन्हें सेना की सहायता लेनी पड़ी।
उन्होंने आगे कहा कि कई लोग लॉकडाउन का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था पर असर पड़ रहा है। ऐसे लोगों से मैं कहना चाहूंगा कि मैं लॉकडाउन हटाने के लिए तैयार हूं लेकिन अगर इसकी वजह से लोगों की मौत हुई तो क्या आप जिम्मेदारी लेंगे? हम भी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित हैं। मुंबई में उपनगरीय रेल सेवाएं बहाल करने पर ठाकरे ने कहा कि क्या होगा अगर परिवार बीमार पड़ने लगे और उनके मकानों को सील कर दिया जाए? इसलिए हर चीज चरणबद्ध तरीके से होगी।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में अब तक 357117 मामले सामने आए हैं। इनमें से 199967 संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं और 13132 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 144018 संक्रमित मरीजों का उपचार जारी है।