पाकुड़ (झारखंड), तीन अक्टूबर (भाषा) झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि संथाल परगना से बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने और उनके द्वारा ‘‘हड़पी गई’’ जमीन वापस लेने का समय आ गया है।
हाल ही में भाजपा में शामिल हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पूर्व नेता सोरेन की इस टिप्पणी से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश में हिंदुओं और आदिवासियों की आबादी में कमी आने की चेतावनी दी थी।
उन्होंने राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर राज्य की पहचान, संस्कृति और विरासत की कीमत पर घुसपैठियों को ’’समर्थन’’ देकर खतरनाक ‘‘वोट बैंक की राजनीति’’ करने का आरोप लगाया था।
पाकुड़ के शाहरकोल पंचायत के अंतर्गत गोकुलपुर हाट मैदान में आदिवासी समाज की सभा को संबोधित करते हुए सोरेन ने कहा, ‘‘हम किसी भी घुसपैठिए को अपनी जमीन पर रहने नहीं देंगे, जहां हमारे पूर्वज पैदा हुए और अपनी संपत्ति व स्वाभिमान के लिए अंग्रेजों से लड़े। हम बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे और अपनी जमीन वापस लेंगे।’’
सोरेन ने तिलका मांझी, वीर सिदो-कान्हू, चंड-भैरव और फूलो-झानो जैसे महापुरूषों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने अंग्रेजों को चुनौती दी थी।
भाषा रंजन रंजन जोहेब
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