क्या 10 साल बाद फिर देखने मिलेगी केदारनाथ जैसी तबाही? हिमाचल में आसमानी आफत से जनजीवन अस्त-व्यस्त, मौसम विभाग ने किया अलर्ट

Heavy rain in Himachal-Uttarakhand: मॉनसूनी हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ का मिलन ही दो दिन से हो रही बारिश और बाढ़ की वजह है।

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  • Publish Date - July 10, 2023 / 03:40 PM IST,
    Updated On - July 10, 2023 / 03:40 PM IST

Heavy rain in Himachal-Uttarakhand : देहरादून। भारी बारिश ने देश के कई राज्यों में तबाही मचाई है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड की वजह से काफी नुकसान हुआ है। हिमाचल में ब्यास नदी का रौद्र रुप देखने को मिल रहा है। तो उत्तराखंड में कई रास्तों को बंद कर दिया गया है। उत्तरकाशी में देर रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण हर्षिल और क्यारकुली गांव के बीच में बहने वाली जालंधरी नदी उफान पर आ गई है। नदी का रौद्र बहाव हर्षिल-क्यारकुली ट्रैक को जोड़ने वाले पुल को भी बहा ले गया। उत्तरकाशी में बीते रोज यात्रा ड्यूटी चौकी या न चट्टी पर तैनात कांस्टेबल चमन तोमर डाबकोट की पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से मौत हो गई।

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Heavy rain in Himachal-Uttarakhand : वहीं हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। शिमला जिले की ठियोग तहसील के पलवी गांव में सोमवार सुबह 11 बजे एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। बिलासपुर जिले में श्री नयना देवी जी के मलेटा गांव में शादी समारोह से लौट रहा बुजुर्ग व्यक्ति नाले में बह गया। 6 नेशनल हाईवे समेत 828 सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हैं। 4686 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। कुल्लू में दो दिन का लोकल हॉलीडे घोषित किया गया है। डीसी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। कुल्लू के अखाड़ा बाजार में बैली ब्रिज को भारी नुकसान हुआ है। आवाजाही बंद कर दी गई है। सोलन जिले के औद्योगिक क्षेत्र परवाणू में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सेक्टर 4 में कई गाड़ियां पानी के तेज बहाव में बह गई हैं। लोग दहशत में हैं।

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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक मॉनसूनी हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ का मिलन ही दो दिन से हो रही बारिश और बाढ़ की वजह है। ऐसी स्थिति में भयानक बारिश होती है। जानलेवा और नुकसानदेह बाढ़ और फ्लैश फ्लड आते हैं। पहाड़ दरकते हैं। भूस्खलन होता है। नदियां सुनामी जैसी भयावह लहरों के साथ तेज गति से चलती हैं। हैरानी इस बात की है इस बार पश्चिमी विक्षोभ के साथ उत्तरी अरब सागर से उठकर चलने वाली हवाएं भी मिली हैं। ये राजस्थान से होकर पश्चिमी विक्षोभ से मिल गई हैं। ये जाकर रुक गई हैं हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के ऊपर। जैसे पिछली बार केदारनाथ घाटी में तबाही के बादल रुक गए थे। ये आफत वाली स्थिति है।

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हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में इस समय जो फ्लैश फ्लड आ रहे हैं। उसकी वजह सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और मॉनसूनी हवाओं का संगम है। जिसकी वजह से शनिवार से लगातार तेज बारिश हो रही है। नदियां उफान पर हैं। दोनों राज्यों में भयानक नुकसान हो रहा है। आज हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट घोषित है। जबकि माना जा रहा है कि कल से हिमाचल प्रदेश में बारिश में कमी आएगी। पश्चिमी उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और दक्षिणी राजस्थान के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी हैं।

 

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