नई दिल्ली: ध्रुव राठी को कौन नहीं जानता। वे आज के दौर में देश दुनिया के सबसे जाने माने यूट्यूबर है। सोशल मीडिया पर उनके फैन फॉलोविंग की तादाद लाखों नहीं बल्कि करोड़ो में हैं। उनके वीडियों को भारत समेत देश दुनिया में देखा जाता हैं। उनके विश्लेषात्मक वीडियों इंटरनेट पर तेजी से वायरल होते हैं।
फ़िलहाल उनकी चर्चा मौजूदा लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा रही। इस चुनाव में उनके सीधे निशाने पर रही मोदी सरकार और भाजपा। ध्रुव राठी ने मोदी सरकार की जमकर खिंचाई करते हुए कई वीडियों बनाये। उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड से लेकर कई मुद्दों का विश्लेषण किया। अपने इन वीडियो की वजह से वह पूरे चुनाव भाजपा समर्थकों के निशाने पर रहे तो वही विपक्ष ने उनके इन वीडियो को जमकर शेयर भी किया।
पर लगातार सवाल उठता रहा कि आखिर ध्रुव राठी के निशाने पर भाजपा और प्रधानमंत्री क्यों हैं। कई भाजपा समर्थकों का दावा रहा कि विपक्ष यानि इंडिया गठबंधन की तरफ से उन्हें फंडिग की गई हैं और यही वजह हैं कि वह उनका पक्ष लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
बहरहाल इन सबके बीच आम आदमी पार्टी की नेत्री और राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने बड़ा खुलासा किया हैं। स्वाति ने दावा किया है कि ध्रुव AAP पार्टी नेताओं के करीबी हैं। वहीं स्वाति ने कहा है कि जब से ध्रुव राठी ने उनके खिलाफ एकतरफा वीडियो बनाकर यूट्यूब पर शेयर किया है तब से उन्हें लगातार बलात्कार और हत्या की धमकियां मिल रही हैं। इससे पहले स्वाति मालीवाल ने सीएम केजरीवाल के करीबी बिभव कुमार पर भी मारपीट का आरोप लगाया था। जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़ दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ध्रुव राठी को लेकर दावा किया कि खुद को स्वतंत्र पत्रकार बताने वाले यूट्यूबर ध्रुव राठी वास्तव में आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं। वह पार्टी के वॉलंटियर भी रह चुके हैं साथ ही वह अब भी पार्टी लीडरशीप के नजदीकी हैं। अपने इस बयान में मालीवाल ने बताया कि वो एक समय ध्रुव राठी और उनके काम को पंसद करती थीं लेकिन अब वो नहीं करती हैं।
स्वाति मालीवाल ने ध्रुव राठी को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक समय तक मैं और मेरा पूरा परिवार ध्रुव राठी को पंसद और करता था। लेकिन उन्होंने जो किया है मैं उससे थोड़ी भी सहमति नहीं रखती हूं। मैं उनके खिलाफ हूं। वो बड़े ओहदे पर हैं पूरा देश उनको देखता और सुनता है। ऐसे में पूरा मामला जाने बिना एकतरफा वीडियो बनाना बिलकुल भी सही नहीं है। उन्होंने यह इसलिए किया क्योंकि वो पार्टी लीडरशीप के बहुत ज्यादा ही क्लोज हैं। वह पार्टी के वॉलंटियर भी रह चुके हैं।