गांदरबल: नेशनल कान्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कश्मीर में अधिक से अधिक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवारों को जिताने की कोशिश कर रही है ताकि सरकार गठन के लिए उनके साथ एक गठबंधन किया जा सके। (Which party will form the government in Jammu and Kashmir?) अब्दुल्ला ने कहा कि हालांकि मतदाता ऐसा नहीं होने देंगे और ‘जब नतीजे घोषित होंगे तो न तो भाजपा और न ही उसकी चालें सफल होंगी।’
अब्दुल्ला ने यहां अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘यह स्पष्ट है और मीडिया में भी ऐसी खबरें हैं कि भाजपा कश्मीर से अधिक से अधिक निर्दलीय उम्मीदवारों को जिताने की कोशिश कर रही है ताकि वह उन निर्दलीय उम्मीदवारों की मदद से सरकार बना सके।’ वह कई निर्दलीय उम्मीदवारों द्वारा चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। अब्दुल्ला ने कहा कि यह देखना बाकी है कि इन निर्दलीय उम्मीदवारों का एजेंडा क्या है।
उन्होंने कहा, ‘उनके नामांकन पत्र स्वीकार होने दें, फिर हम उनके एजेंडे के बारे में सुनेंगे, वे जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए क्या हासिल करना चाहते हैं और भाजपा को रोकने के लिए उनकी क्या योजना है।’ (Which party will form the government in Jammu and Kashmir?) पार्टी के पूर्व विधायक इश्फाक जब्बार सहित उनके आलोचकों द्वारा उन्हें बाहरी व्यक्ति करार दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा कि गांदरबल के लोगों ने उन्हें तीन बार संसद और एक बार विधानसभा के लिए चुना है।
उन्होंने कहा, ‘‘चलिए उस चर्चा को छोड़ देते हैं। गांदरबल के लोगों ने मुझे तीन बार संसद में भेजा है और एक बार अपने विधायक के रूप में भी चुना है। जब्बार तभी विधायक बने जब मैंने उन्हें सीट दी। अगर मैं 2014 में यहां से चुनाव लड़ता, तो वह जीत नहीं पाते। वह जानते हैं कि मैंने उनके लिए सीट इसलिए छोड़ी क्योंकि मैंने उनसे ऐसा करने का वादा किया था।’ उन्होंने आरोप लगाया कि जब्बार उस वादे पर खरे नहीं उतरे और उन्होंने गांदरबल के लोगों को धोखा दिया। अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘वर्ष 2014 के बाद गांदरबल में सभी विकास कार्य बंद कर दिए गए थे, इसलिए मैं उन कार्यों को फिर से शुरू करने और गांदरबल में विकास के एक नये युग की शुरुआत करने के लिए चुनावी मैदान में उतरने के लिए मजबूर हूं।’’