CM Vishnu Deo Sai PC: सरेंडर करने वाले नक्सलियों को मिलेगा प्रधानमंत्री आवास.. प्रदेश के लिए चार और बटालियन स्वीकृत, पीएम मोदी से मिली सराहना

When will Chhattisgarh be completely Naxal-free? सीएम विष्णुदेव साय ने बताया कि उन्होंने समीक्षा बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की और उन्हें हालिया पुलिस-नक्सल मुठभेड़ में मिली ऐतिहासिक सफलता की जानकारी दी।

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  • Publish Date - October 7, 2024 / 08:48 PM IST,
    Updated On - October 7, 2024 / 08:48 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री की अगुवाई में हुए वामपंथ उग्रवाद प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की समीक्षा बैठक के बाद विष्णुदेव साय ने देश की राजधानी दिल्ली में प्रेसवार्ता को सम्बोधित किया। (When will Chhattisgarh be completely Naxal-free?) एचएम अमित शाह के साथ हुई बैठक में माओवाद से जुड़े किन मुद्दों पर चर्चा हुई इसकी जानकारी दी।

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सीएम विष्णुदेव साय ने बताया कि उन्होंने समीक्षा बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की और उन्हें हालिया पुलिस-नक्सल मुठभेड़ में मिली ऐतिहासिक सफलता की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बैठक के विषयों पर चर्चा करते हुए बताया कि गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई तेज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में पुलिस और सुरक्षाबलों की कार्रवाई को सराहा हैं। सीएम ने बताया कि नक्सल उन्मूलन अभियान में तेजी लाने और छत्तीसगढ़ से वामपंथ उग्रवाद को जड़ से ख़त्म करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए 4 और बटालियन स्वीकृत किये है। (When will Chhattisgarh be completely Naxal-free?) माओवादियों के वसूली और इस पूरे तंत्र को ध्वस्त करने की दिशा में भी सरकार ने कई बड़े कदम उठायें है। तेंदूपत्ता संग्राहकों और ठेकेदारों को राशि का भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में किया जा रहा है। जिससे नक्सलियों का लेव्ही तंत्र टूटा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बैंको की संख्या बढ़ाई जाएगी।

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सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि बस्तर में चलाये जा रहे ‘नियद नेल्लार’ अभियान को अच्छा प्रतिसाद मिला है। इसके तहत बस्तर में नौ महीने में लगातार 34 कैम्प खोले गए है और इसमें 96 गाँवों शामिल किया गया है। इन क्षेत्रों में व्यक्तिमूलक सुविधाओं के साथ सार्वजानिक व बुनियादी सुविधाएँ बढ़ाई जा रही है। (When will Chhattisgarh be completely Naxal-free?) मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उनका प्रयास हैं कि पुनर्वास योजना को और आकर्षक बनाया जाएं। आत्मसमर्पित नक्सलियों को प्रधानमंत्री आवास मुहैय्या कराये जाएं पर भी बैठक में चर्चा हुई हैं।

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