मुंबई । महाराष्ट्र की सियासत फिर से गरमा गई है। डिप्टी सीएम अजित पवार ने 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। जिसके बाद एक बार फिर से महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और फडणवीस की मौजूदगी में अजित पवार एनडीए में शामिल हो गए। जिसके बाद उन्हें डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाई। महाराष्ट्र कैबिनेट में राकांपा के नौ विधायक भी मंत्री के तौर पर शामिल किए गए हैं। इनमें छगन भुजबल से लेकर दिलीप वलसे पाटिल तक शामिल हैं।
डिप्टी सीएम बनने के बाद अजित पवार ने कहा पार्टी के नाते हमने ये फैसला लिया है। पूरे विधायक हमारे साथ हैं, पार्टी के सांसद हमारे साथ हैं। पार्टी के कार्यकर्ता हमारे साथ हैं। अजित पवार शरद पवार से नाराज चल रहे थे। पहली बार 2 मई को जब शरद पवार ने NCP अध्यक्ष पद छोड़ा था तो इस बात की संभावना थी कि अजित पवार को पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है। जब पार्टी नेताओं और समर्थकों ने शरद पवार के फैसले का विरोध किया तो अजित ने खुलेआम कहा था कि इस विरोध से कुछ नहीं होगा।
#WATCH पार्टी के नाते हमने ये फैसला लिया है। पूरे विधायक हमारे साथ हैं, पार्टी के सांसद हमारे साथ हैं। पार्टी के कार्यकर्ता हमारे साथ हैं: महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार pic.twitter.com/9hp7SpQilS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2023