नई दिल्ली। कोरोना से रिकवर हुए लोग अब घर बैठे ही अपना एंटीबॉडी आसानी से जांच कर सकते हैं। DRDO ने कोविड-19 एंटीबॉडी डिटेक्ट करने के लिए एक किट बनाई है। DIPCOVAN किट SARS-CoV-2 वायरस के प्रोटीन को डिटेक्ट कर सकती है। यह किट दिल्ली स्थित वेनगार्ड डाइग्नोस्टिक प्राइवेट लिमिटेड से साथ मिलकर बनाई गई है। इस किट को टेस्ट करने के लिए दिल्ली के अलग-अलग कोविड हॉस्पिटल्स से 1000 मरीजों के सैंपल लिए गए।
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh has appreciated the efforts of @DRDO_India and the industry in developing the kit at the time of need. This kit will help the people in their fight against COVID-19 Pandemic. https://t.co/EV4EfndsLW
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) May 21, 2021
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इसी साल अप्रैल में आईसीएमआर ने इस एंटी बॉडी डिटेक्शन किट को अप्रूवल दिया है। इसी महीने इस प्रॉडक्ट को हेल्थ मिनिस्ट्री ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) का अप्रूवल भी मिल गया। इसे बनाने, बांटने और बेचने का अप्रूवल मिल गया है। डीसीजीआई रेगुलेटरी अथॉरिटी है।
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लॉन्च के बाद हर महीने 500 किट बनाने की क्षमता फिलहाल है। प्रति टेस्ट की कीमत करीब 75 रुपये के आसपास होगी। इस किट से यह पता चलेगा कि किसी के शरीर में कोविड-19 की एंटीबॉडी बनी है या नहीं। कई बार एसिमटोमेटिक मरीजों को पता नहीं चलता है कि उन्हें कोरोना संक्रमण हुआ है। अगर इस टेस्ट किट से एंटीबॉडी का पता चलता है तो यह भी पता चल जाएगा कि वह पहले संक्रमित हो चुके हैं।
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ह्यूमन प्लाज्मा में कोविड-19 एंटीबॉडी का इस किट से पता लगाया जा सकता है। इस किट के जरिए 75 मिनट में एंटीबॉडी का पता चल जाता है। किट की लाइफ 18 महीने है।
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इस किट को बनाने में डीआरडीओ की पार्टनर रही कंपनी वेनगार्ड डाइगनोस्टिक्स इसे जून के पहले हफ्ते में लॉन्च करेगी। लॉन्च के वक्त करीब 100 किट लॉन्च की जाएंगी। एक किट से करीब 100 टेस्ट हो सकते हैं।