कोलकाता, 16 जनवरी (भाषा) पश्चिम बंगाल में कथित रूप से ‘खराब’ इंजेक्शन लगाने के कारण प्रसव के बाद एक महिला की मौत एवं चार अन्य के बीमार पड़ने के मामले में बृहस्पतिवार को प्रदेश सरकार ने मिदनापुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के 12 डॉक्टरों को लापरवाही के आरोप में निलंबित करने का फैसला किया।
यह जानकारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दी।
घटना की निंदा करते हुये ममता ने कहा कि उनकी सरकार मृत महिला के परिवार को पांच लाख रुपये का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देगी।
ममता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण और भावनात्मक घटना है और हमारी सरकार इसका समर्थन नहीं करती। सीआईडी एवं विशेषज्ञ समिति द्वारा दायर रिपोर्ट एक जैसी है। हमें कई डॉक्टरों की लापरवाही का पता चला है, इसलिए हमने 12 चिकित्सकों को निलंबित करने का फैसला किया है।’’
उन्होंने बताया कि 12 डॉक्टरों में अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक और उप-प्राचार्य, आरएमओ और छह स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीआईडी डॉक्टरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेगी और कानून के अनुसार जांच जारी रखेगी।
मिदनापुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कथित तौर पर ‘एक्सपायर्ड’ इंजेक्शन के कारण बच्चों के जन्म के बाद एक महिला की मौत हो गई और चार अन्य की हालत गंभीर है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच के लिए 13 सदस्यीय समिति का गठन किया है।
भाषा रंजन नरेश
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