हम चाहते हैं सदन चले, सरकार अदाणी पर चर्चा नहीं चाहती: राहुल

हम चाहते हैं सदन चले, सरकार अदाणी पर चर्चा नहीं चाहती: राहुल

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  • Publish Date - December 11, 2024 / 01:58 PM IST,
    Updated On - December 11, 2024 / 01:58 PM IST

नयी दिल्ली, 11 दिसंबर (भाषा) लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को सदन के अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर आग्रह किया कि उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा की गई ‘‘अपमाजनक’’ टिप्पणियों को कार्यवाही से हटाया जाए।

राहुल गांधी का यह भी कहना था कि विपक्ष तो चाहता है कि सदन चले, लेकिन सरकार अदाणी समूह से जुड़े मामले पर चर्चा नहीं चाहती।

बिरला से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर कहा कि मेरे खिलाफ की जाने वाली अपमानजनक टिप्पणियों को हटाया जाना चाहिए। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा है कि वह इस पर गौर करेंगे।’’

उनका कहना था, ‘‘हमारा उद्देश्य है कि सदन चलना चाहिए और सदन में चर्चा होनी चाहिए। वे (सत्तापक्ष) मेरे बारे में जो चाहे कहें, लेकिन हम चाहते हैं कि सदन में चर्चा हो।’’

राहुल गांधी ने कहा कि 13 और 14 दिसंबर को लोकसभा में संविधान पर चर्चा करने की बात तय हुई थी और यह चर्चा होनी चाहिए।

कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अदाणी से जुड़े मामले से ध्यान भटकाने के लिए जॉर्ज सोरोस से जुड़े आरोप लगा रही है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी सरकार अदाणी मामले पर चर्चा नहीं चाहती। वे मुद्दे को भटकाना चाहते हैं, लेकिन हम इस मुद्दे को उठाते रहेंगे।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘वे मेरे ऊपर चाहे जितने आरोप लगा लें, लेकिन हम सदन को चलाना चाहते हैं।’’

इससे पहले, लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे की राहुल गांधी के खिलाफ ‘‘अपमानजनक’’ टिप्पणी पर मुख्य विपक्षी दल की शिकायत पर गौर करने और उन्हें ‘रिकॉर्ड’ से हटाने का आग्रह किया।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पांच दिसंबर को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत विपक्षी दलों पर विदेशी संगठनों और लोगों के माध्यम से देश की संसद, सरकार तथा अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था जिस पर भारी हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही बाधित हुई थी।

भाषा हक

हक नरेश

नरेश