चंडीगढ़, 24 दिसंबर (भाषा) पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मंगलवार को कहा कि “इस लड़ाई को जीतने के लिए पूरे देश को एकजुट होकर लड़ना होगा।”
डल्लेवाल (70)केंद्र सरकार पर किसानों की फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों को स्वीकार करने का दबाव बनाने के लिए खनौरी सीमा पर 29 दिन से अनशन कर रहे हैं।
अपने गिरते स्वास्थ्य को देखते हुए बनाए गए विशेष मंच से किसानों को संबोधित करते हुए डल्लेवाल ने आंदोलन को समर्थन देने वालों का दिल से आभार जताया।
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ का सहारा लेकर खड़े डल्लेवाल ने लड़खड़ाती आवाज में कहा, “मैं आप सभी को बताना चाहता हूं कि मैं ठीक हूं। हमें यह लड़ाई जीतनी है। यह लड़ाई तभी जीती जा सकेगी, जब पूरा देश एकजुट होकर लड़ेगा।”
लगभग दो मिनट के संबोधन में डल्लेवाल ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि सरकार हमें किसी भी कीमत पर यहां से नहीं हटा सके। अगर वह ऐसा नहीं कर पाएगी, तो या तो हम जीत जाएंगे या मर जाएंगे, दोनों में से कोई एक चीज होगी।’’
बाद में कोहाड़ ने कहा कि जब डल्लेवाल ने खुद के ठीक होने की बात कही, तो उनका मतलब था कि वह शारीरिक रूप से कमजोर हो गए होंगे, लेकिन उनके हौसले बुलंद हैं।
डल्लेवाल के स्वास्थ्य पर नजर रखने वाले चिकित्सकों ने उनकी हालत नाजुक बताई है।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान दिल्ली कूच से रोके जाने के बाद 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर और खनौरी सीमा पर डेरा डाले हुए हैं।
डल्लेवाल 26 नवंबर से भूख हड़ताल पर हैं।
छह से 14 दिसंबर के बीच 101 किसानों के एक ‘जत्थे’ ने तीन बार दिल्ली की तरफ कूच करने का प्रयास किया था, लेकिन हरियाणा में सुरक्षाबलों ने उन्हें रोक दिया।
भाषा पारुल धीरज
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