वायनाड (केरल), 24 अक्टूबर (भाषा) केरल में पर्वतीय वायनाड लोकसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के उम्मीदवार सत्यन मोकेरी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार नव्या हरिदास की ओर से बृहस्पतिवार को औपचारिक तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद सियासी दंगल में कांटे की टक्कर की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। यह उपचुनाव 13 नवंबर को होगा।
इस सीट पर संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की ओर से कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। प्रियंका पहली बार चुनाव लड़ रही हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के वरिष्ठ नेता मोकेरी ने अपना नामांकन दाखिल करने के लिए कलक्ट्रेट तक रोड शो किया। उनके साथ सीपीआई के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम और पार्टी की वरिष्ठ नेता एनी राजा सहित कई अन्य नेता थे।
राजा इस अप्रैल में पहाड़ी निर्वाचन क्षेत्र में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ वाम दल के उम्मीदवार थे।
कोझिकोड जिले के नादापुरम निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक मोकेरी के समर्थन में सैकड़ों एलडीएफ कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने लाल झंडे लेकर रोड शो में भाग लिया। मोकेरी को कृषि क्षेत्र से जुड़े मुद्दों को हल करने की दिशा में किये गए काम के लिए जाना जाता है।
उन्होंने 2014 में वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन तत्कालीन कांग्रेस उम्मीदवार एम आई शनावास से हार गये थे। रोड शो के बाद मोकेरी ने एलडीएफ समन्वयक टीपी रामाकृष्णन की उपस्थिति में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।
भाजपा प्रत्याशी हरिदास ने बृहस्पतिवार को दिन में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन की उपस्थिति में नामांकन दाखिल किया।
सिंगापुर और नीदरलैंड में काम करके अंतरराष्ट्रीय अनुभव हासिल कर चुकीं हरिदास एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं जो एक दशक तक कोझिकोड में एक पार्षद के रूप में भी काम कर चुकी हैं।
हरिदास ने हाल ही में ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये गए साक्षात्कार में कहा था कि वह कई सालों से जनता का प्रतिनिधित्व कर रही हैं, इसलिए उन्हें प्रियंका गांधी के खिलाफ लड़ना कुछ अलग नहीं लगता।
उन्होंने कहा था, ‘‘मुझे लगता है कि मेरे पास उनसे अधिक अनुभव है।’’
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के रायबरेली में अपनी जीत के बाद राहुल गांधी द्वारा वायनाड लोकसभा सीट को छोड़ने के कारण इस निर्वाचन क्षेत्र के लिए उपचुनाव आवश्यक हो गया है।
वायनाड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सात विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं – वायनाड जिले के मनंथावाडी (अनुसूचित जानजाति के लिए सुरक्षित), सुल्तान बाथरी (अनुसूचित जनाजाति के लिए सुरक्षित) और कलपेट्टा, कोझिकोड जिले का तिरुवम्बाडी और मलप्पुरम जिले का एरानाड, नीलांबुर और वंडूर।
इनमें से वंडूर, कलपेट्टा एवं अब्द सुल्तान बाथरी का प्रतिनिधित्व कांग्रेस कर रही है। एरानाड सीट कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के पी के बशीर के पास है।
नीलांबुर के निर्दलीय विधायक पी वी अनवर पहले ही प्रियंका के लिए समर्थन व्यक्त कर चुके हैं। अनवर हाल ही में सत्तारूढ़ सीपीएम के नेतृत्व वाले एलडीएफ से अलग हो गए हैं।
भाषा संतोष मनीषा
मनीषा