Nagpur Violence

Nagpur Violence : दो गुटों के बीच विवाद के बाद भड़की हिंसा, पथराव के बाद वाहनों में लगाई आग, बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात

Nagpur Violence : दो गुटों के बीच विवाद के बाद भड़की हिंसा, पथराव के बाद वाहनों में लगाई आग, बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात

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Modified Date: March 17, 2025 / 11:10 PM IST
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Published Date: March 17, 2025 10:58 pm IST
HIGHLIGHTS
  • दो समूहों के बीच विवाद के बाद हिंसक झड़प हो गई।
  • विवाद औरंगजेब की कब्र को लेकर शुरू हुआ था।
  • झड़प के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति देखी गई।
  • लोगों ने वाहनों में लगाई आग और जमकर तोड़फोड़ भी की।

महाराष्ट्र। Nagpur Violence : नागपुर से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आई है जहां दो समूहों के बीच विवाद के बाद हिंसक झड़प हो गई। मिली जानकारी के अनुसार विवाद औरंगजेब की कब्र को लेकर शुरू हुआ था, जो बाद में पत्थरबाजी और आगजनी में बदल गया। इस झड़प के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति देखी गई। जिसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन ने भारी संख्या में बल तैनात कर दिया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

 किस वजह से भड़की हिंसा

वहीं मामले में DCP नागपुर अर्चित चांडक ने कहा कि, “यह घटना कुछ गलतफहमी के कारण हुई। स्थिति अभी नियंत्रण में है। यहां हमारा बल मजबूत है। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे बाहर न निकलें या पत्थरबाजी न करें। पत्थरबाजी हो रही थी, इसलिए हमने बल का प्रदर्शन किया और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया कुछ वाहनों में आग लगा दी गई, हमने फायर ब्रिगेड को बुलाकर आग बुझाई। कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, पथराव के दौरान मेरे पैर में भी हल्की चोट आई। लेकिन हम सभी से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हैं। अफवाहों पर भरोसा न करें कानून व्यवस्था को न बिगाड़ें और पुलिस का सहयोग करें। हम कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं।” नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ रविंदर सिंघल ने कहा, “स्थिति नियंत्रण में है। एक तस्वीर जलाई गई थी जिसके बाद लोग जमा हुए और उनके निवेदन पर हमने कार्रवाई की। लोगों का प्रतिनिधिमंडल मुझसे मिलने मेरे ऑफिस भी आया था। हमने FIR दर्ज की है। घटना करीब 8:30 बजे की है। 2 वाहन जलाए गए हैं।”

 

 

महाराष्ट्र CMO की अपील

महाराष्ट्र CMO ने कहा, “नागपुर के महल इलाके में पथराव और तनावपूर्ण स्थिति के बाद पुलिस प्रशासन स्थिति को संभाल रहा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपील की है कि नागरिक इस स्थिति में प्रशासन का पूरा सहयोग करें। हम लगातार पुलिस प्रशासन के संपर्क में हैं और नागरिकों को उनका सहयोग करना चाहिए। नागपुर एक शांतिपूर्ण और सहयोग करने वाला शहर है। यह नागपुर की स्थायी परंपरा रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपील की है कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और प्रशासन को पूरा सहयोग दें।”

 

सांसद नितिन गडकरी ने दी प्रतिक्रिया

Nagpur Violence : केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने कहा, “कुछ अफवाहों के कारण नागपुर में धार्मिक तनाव की स्थिति पैदा हुई है। नागपुर शहर का इतिहास ऐसे मामलों में शांति बनाए रखने का रहा है। मैं अपने सभी भाइयों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और शांति बनाए रखें। सड़कों पर न निकलें। कानून व्यवस्था में सहयोग करें। शांति और सद्भाव की परंपरा को बनाए रखें जिसके लिए नागपुर जाना जाता है। मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि सरकार उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी जिन्होंने गलती की है या अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं। मुख्यमंत्री को पहले ही इस स्थिति के बारे में सूचित किया जा चुका है, इसलिए मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान न दें। कृपया पुलिस प्रशासन का सहयोग करें, प्रेम बढ़ाएं और शहर में सकारात्मक माहौल बनाए रखें। यह मेरा आप सभी से विनम्र अनुरोध है।”

 

 

नागपुर में हिंसा क्यों भड़की?

नागपुर में हिंसा औरंगजेब की कब्र को लेकर हुए विवाद के बाद शुरू हुई, जो बाद में पत्थरबाजी और आगजनी में बदल गई।

नागपुर हिंसा में अब तक क्या कार्रवाई की गई है?

पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए बल प्रयोग किया, आंसू गैस का इस्तेमाल किया और कई FIR दर्ज की हैं।

नागपुर हिंसा के दौरान कितने लोग घायल हुए हैं?

पुलिस के अनुसार, कुछ पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग पथराव में घायल हुए हैं, हालांकि उनकी संख्या का आधिकारिक आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है।

नागपुर हिंसा के बाद सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए हैं?

नागपुर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, और पुलिस प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।

नागपुर हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री और प्रशासन की क्या प्रतिक्रिया है?

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।