नई दिल्ली। देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत विक्रांत साल 2021 तक भारतीय नौसेना को मिल जाएगा। विक्रांत में मशीनरी के सेटअप और अन्य उपकरणों को लगाने जैसे बिजली उत्पादन और प्रोपल्शन मशीनरी का काम चल रहा है।
पढ़ें- प्रिंटिंग प्रेस में भीषण आग, 1 शख्स की मौत, दमकल की 35 गाड़ियां आग बुझाने में…
विक्रांत के तीसरे चरण का निर्माण बंदरगाह और समुद्री परीक्षणों की स्वीकृति मिलने तक चलेगा। इसके बाद विमानन परीक्षण में एक साल का समय लग सकता है। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने 3 दिसंबर को कहा था कि विक्रांत 2022 से पूरी तरह से अभियानों के लिए तैयार हो जाएगा।
पढ़ें- JNU हिंसा के विरोध में उतरे बॉलीवुड के सितारे, ट्विंकल खन्ना बोलीं-…
युद्धपोत में मिग-29के विमानों का बेड़ा होगा। गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर होने वाली परेड के दौरान नौसेना की झांकी में मिग-29के विमानों के साथ विक्रांत को प्रदर्शित किया जाएगा।
पढ़ें- अक्षय कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज, मराठा भावनाओं को आहत करने का आरोप
दो बाघों में वर्चस्व की लड़ाई