तिरुवनंतपुरम, 15 मार्च (भाषा) केरल के कोल्लम जिले के एक मंदिर में उत्सव में डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवॉयएफआई) के झंडे लगाने और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के गुणगान वाले गीतों के प्रदर्शन के मामले में त्रावणकोर देवस्व ओम बोर्ड (टीडीबी) ने जांच के आदेश दिए हैं।
बोर्ड के अध्यक्ष पी. एस. प्रशांत ने शनिवार को बताया कि मंदिरों के अंदर राजनीतिक झंडे या प्रतीकों के प्रदर्शन पर अदालतों ने सख्त प्रतिबंध लगाया है। इस संबंध में बोर्ड ने पहले ही सभी मंदिरों को परिपत्र जारी किया था।
उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, ‘इस मंदिर उत्सव के कार्यक्रम प्रबंधन समिति द्वारा आयोजित किए गए थे। जैसे ही हमें इस घटना की जानकारी मिली, हमने उन्हें नोटिस जारी करने का आदेश दिया। हमने इस मामले में सतर्कता जांच के आदेश भी दिए हैं और रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’
डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवॉयएफआई) माकपा की युवा इकाई है।
प्रशांत ने आगे कहा कि पिछले हफ्ते पेरुंबवूर के एक मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ड्रिल आयोजित होने को लेकर भी रिपोर्ट मिली थी।
उन्होंने कहा,’हमने वहां भी यही रुख अपनाया कि मंदिरों में किसी भी राजनीतिक दल के झंडे, प्रतीक या गतिविधियों की अनुमति नहीं दी जाएगी।’
टीडीबी के सदस्य ए. अजीत कुमार ने कहा कि बोर्ड की अगली बैठक 19 मार्च को तिरुवनंतपुरम में होगी जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘हमारा रुख स्पष्ट है कि कोई भी मंदिर उत्सव राजनीतिक गतिविधियों, झंडों या प्रतीकों का मंच नहीं बनना चाहिए। यह हमारी सख्त नीति है और इसके उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड का किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है।’
भाषा राखी रंजन
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