अलवरः राजस्थान के अलवर जिले में स्थित 300 साल पुराने मंदिर को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया। जानकारी के अनुसार इस दौरान कई मूर्तियां विखंडित हो गई है। यहां के स्थानीय लोगों ने यह आरोप लगाया है कि विकास के नाम पर मंदिर को तोड़ा गया है। मंदिर तोड़े जाने की वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। वहीं प्रदेश में प्रदेश में सियासत भी गरमाने लगी है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
मंदिर के पुजारी और ब्रजभूमि विकास परिषद ने राजगढ़ थाने में कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा और एसडीएम समेत तीन लोगों के खिलाफ ‘प्रशासन के सहयोग से मंदिर गिराने’ का मामला दर्ज कराया है, शिकायत में आरोप लगाया गया है कि 300 सौ साल पुराने एक मंदिर को बुलडोजर तोड़ा गया लेकिन उसके गुंबद को गिरा दिया गया और शिवलिंग को कटर से नष्ट कर दिया गया था।
इसको लेकर बीजेपी भी कांग्रेस की गहलोत सरकार पर हमलावर है। BJP नेशनल आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कहा है कि हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना ही कांग्रेस का सेक्युलरिज्म है। मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा, ”राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर… करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना- यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज्म।” इसके बाद एक और ट्वीट में मालवीय ने कहा, ”18 अप्रैल को राजस्थान के राजगढ़ कस्बे में बिना नोटिस प्रशासन ने 85 हिंदुओं के पक्के मकानों और दुकानों पर बुलडोजर चला दिया।”
उधर, राजस्थान सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि बीजेपी झूठ बोल रही है। राजगढ़ नगरीय निकाय बोर्ड का चेयरमैन बीजेपी का है। उन्हीं ने बोर्ड में प्रस्ताव लाकर सड़क चौड़ीकरण के लिए मंदिरों और घरों को गिराया है। उन्हीं के इशारे पर मंदिर को तोड़ा गया है। जबकि हमारा यानी कांग्रेस का विधायक विरोध करते रह गया। गहलोत सरकार के मंत्री ने वादा किया है कि अगर कोई कानूनी अड़चन नहीं आई तो मंदिर दोबारा बनवाएंगे।
Read more : छत्तीसगढ़: अनुकंपा नियुक्ति के बदले महिला पर संबंध बनाने का दबाव, विधायक की दखल के बाद अधिकारी पर मामला दर्ज