तिरुवनंतपुरम, दो जनवरी (भाषा) प्रसिद्ध लेखक और वरिष्ठ पत्रकार एस जयचंद्रन नायर का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह मलयालम भाषा की पत्रिका संबंधी पत्रकारिता को पुनर्परिभाषित करने के लिए जाने जाते थे।
उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरु के एक अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों के चलते अपराह्न 2:30 बजे उनका निधन हो गया।
वह 85 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी तथा दो बच्चे हैं।
नायर ने कई किताबें लिखीं, जिनमें उनकी आत्मकथा ‘एन्ते प्रदक्षिणा वाझिकल’ भी शामिल है, जिसके लिए उन्हें 2012 में साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था।
उनकी कृति ‘मौनप्रार्थना पोले’ ने 2018 में सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। यह फिल्म निर्माता जी अरविंदन पर एक अध्ययन है।
तिरुवनंतपुरम जिले के श्रीवराहम में जन्मे नायर ने के. बालकृष्णन के संपादकत्व में कौमुदी साप्ताहिक से अपना करियर शुरू किया था।
नायर के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने उन्हें एक विलक्षण व्यक्ति बताया, जिन्होंने साहित्य, सिनेमा और साहित्यिक पत्रकारिता में अमूल्य योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि नायर का निधन साहित्यिक और पत्रकारिता जगत के लिए एक बड़ी क्षति है।
भाषा
शुभम नेत्रपाल
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