वीर बाल दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री ने लोगों से ‘साहिबजादों’ के बलिदान से प्रेरणा लेने को कहा

वीर बाल दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री ने लोगों से 'साहिबजादों' के बलिदान से प्रेरणा लेने को कहा

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  • Publish Date - December 26, 2024 / 09:05 PM IST,
    Updated On - December 26, 2024 / 09:05 PM IST

कुरुक्षेत्र, 26 दिसंबर (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ‘वीर बाल दिवस’ के अवसर पर अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को साहिबजादों की तरह साहस, त्याग और समर्पण के मूल्य सिखाएं तथा इन मूल्यों को उनके जीवन में उतारें।

यहां आयोजित राज्य स्तरीय वीर बाल दिवस समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सैनी ने कहा, “यह साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

‘वीर बाल दिवस’ 26 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों, साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की याद में मनाया जाता है।

सैनी ने धार्मिक नेताओं और सामाजिक संस्थाओं से भी अपील की कि वे नशे जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ एकजुट होकर जन आंदोलन चलाएं, ताकि इस गंभीर समस्या को जड़ से खत्म किया जा सके और युवाओं को इसके दुष्प्रभावों से बचाया जा सके।

साहिबजादों को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह का बलिदान राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने की प्रेरणा देता है।

उन्होंने कहा, “इतनी कम उम्र में अपने प्राणों की आहुति देने वाले साहिबजादों की अमर गाथा इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में लिखी गई है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह के परिवार की शहादत विश्व इतिहास में सबसे बड़ी कुर्बानी है।

उन्होंने कहा कि उनका बलिदान देश, धर्म और समाज की रक्षा तथा कमजोर और असहाय लोगों की रक्षा के लिए था।

सैनी ने कहा कि अपने कार्यों के माध्यम से उन्होंने समस्त मानवता को सत्य, न्याय और धार्मिकता का शाश्वत संदेश दिया।

बाबा बंदा सिंह बहादुर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहले सिख कमांडर थे जिन्होंने मुगलों के अजेय होने के मिथक को तोड़ा।

सैनी ने साहिबजादों के शहीदी दिवस को प्रतिवर्ष वीर बाल दिवस के रूप में मनाने के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

भाषा नोमान वैभव

वैभव