नई दिल्ली। जिस तरह से हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में किसानों के मुद्दे छाए रहे उसे देखते हुए लगता है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भी किसानों की समस्याएं एक बड़ा मुद्दा बना रहेगा। ऐसे में भाजपा सांसद वरुण गांधी ने किसानों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उनका यह बयान उनकी अपनी पार्टी को भी परेशान कर सकता है। वरूण गांधी ने आजादी के बाद से अब तक, 2019 तक की सरकारों पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि सभी सरकारों ने किसानों से ज्यादा उद्योगपतियों को आर्थिक मदद की है।
एक कार्यक्रम में वरुण गांधी ने कहा कि देश के किसान हमेशा हाशिए पर रहे हैं। क्या आप यह जानते हैं कि वर्ष 1952 से लेकर अब तक देश के 100 उद्योगपतियों को जितना पैसा दिया गया, उसका सिर्फ 17 फीसदी धन ही केंद्र और राज्य सरकारों से किसानों को अब तक दी गई आर्थिक सहायता राशि के तौर पर मिली है। इसका मतलब यह हुआ कि देश की 70 फीसदी आबादी को बीते 67 सालों में जितनी आर्थिक मदद राज्य और केंद्र सरकारों ने मिलकर दी, उससे कई गुना ज्यादा पैसा केवल 100 धनी परिवारों को दे दिया गया। ऐसी स्थिति है, और हम बात किसानों की करते हैं।
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वरुण गांधी ने कहा कि देश में किसानों को अधिकतर सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। देश में जब भी किसानों को आर्थिक सहायता देने की बात आती है तो बवाल मच जाता है। आर्थिक जानकार कहने लगते हैं कि इससे तो आप किसानों को मुफ्तखोर बना रहे हैं, लेकिन हमें सोचना होगा कि देश के अंतिम आदमी को कैसे लाभ पहुंचाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा गांव गोद लीजिए। हमने भी गांव गोद लिया। मगर हमने देखा कि आप सड़क बनाएं, पुलिया बनाएं, सोलर पैनल लगाएं, लेकिन फिर भी लोगों की आर्थिक स्थिति में बदलाव नहीं आता। यहां तक कि बच्चों के स्कूल जाने की संख्या में भी कोई बड़ा बदलाव नहीं आता।