नयी दिल्ली, 27 मार्च (भाषा) केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का संदर्भ देने के लिए स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा को जारी किये गये समन को उचित ठहराते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि यदि देश के कानून के अनुसार इस तरह की कार्रवाई करना आवश्यक हो तो ऐसा किया जाना चाहिए।
कामरा ने कुछ दिन पहले मुम्बई के एक स्टूडियो में रिकॉर्ड किए गए अपने शो में शिवसेना प्रमुख शिंदे के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करके महाराष्ट्र में बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री वैष्णव से यहां ‘टाइम्स नाउ शिखर सम्मेलन’ में एक संवाद सत्र में जब पूछा गया कि क्या पुलिस द्वारा कामरा को तलब करना ‘‘बहुत कठोर’’ कार्रवाई है, तो उन्होंने कहा, ‘‘यदि देश के कानून के अनुसार ऐसा किया जाना आवश्यक है, तो ऐसा किया जाना चाहिए।’’
वैष्णव ने कहा कि संविधान नागरिकों को कुछ अधिकार प्रदान करता है, लेकिन इनके साथ कुछ कर्तव्य भी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें एक समाज के रूप में संविधान के ढांचे के भीतर काम करना होगा। बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता अच्छी तरह से निर्धारित की गई है। हर कोई इसका सम्मान करता है। संविधान ने इसके लिए कुछ सुरक्षा उपाय भी किए हैं और ये उपाय अधिकारों जितने ही महत्वपूर्ण हैं।’’
मंत्री ने कहा कि यदि सभी लोग इन उपायों का पालन करें तो समाज सामंजस्यपूर्ण ढंग से काम करेगा।
कामरा ने शिंदे का नाम लिए बगैर उपमुख्यमंत्री पर उनके राजनीतिक करियर को लेकर निशाना साधा था, जिसमें 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत भी शामिल है, जिसके कारण महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार गिर गई थी।
मुंबई पुलिस ने शिवसेना विधायक की शिकायत पर शिंदे के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए कामरा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
भाषा
देवेंद्र पवनेश
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