कोविड-19 के खिलाफ प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं टीके: अध्ययन

कोविड-19 के खिलाफ प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं टीके: अध्ययन

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  • Publish Date - June 1, 2021 / 09:54 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:17 PM IST

नयी दिल्ली, एक जून (भाषा) नोवेल कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में टीकों से प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता इतनी बढ़ जाती है कि वे वायरस के सामने आते नये स्वरूपों से भी सुरक्षित रह सकते हैं। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।

अमेरिका की रॉकफेलर यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने कोविड-19 रोगियों के रक्त में मौजूद एंटीबॉडी का विश्लेषण कर इनकी उत्पत्ति का पता लगाया।

अध्ययन में शामिल 63 लोगों को पिछले साल कोविड हुआ था।

अनुसंधानकर्ताओं ने उन पर नजर रखी और आंकड़े बताते हैं कि समय के साथ प्रतिरक्षा तंत्र की ‘मेमोरी बी कोशिकाओं’ से उत्पन्न एंटीबॉडी की क्षमता सार्स-सीओवी-2 को समाप्त करने के लिहाज से बेहतर हुई।

‘मेमोरी बी कोशिकाओं’ में अनेक प्रकार के एंटीबॉडी संग्रहित रहते हैं।

अध्ययन में सामने आया कि इन लोगों के अंदर वायरस के खिलाफ दीर्घकालिक सुरक्षा प्रणाली विकसित हो रही है।

अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि मॉडर्ना या फाइजर के टीके की कम से कम एक खुराक लेने वाले 26 लोगों के समूह में ये एंटीबॉडी और बढ़ गये।

भाषा वैभव मनीषा

मनीषा