emergency use of Zydus Cadila vaccineनई दिल्ली। जाइडस कैडिला के स्वदेश में विकसित कोविड-19 रोधी टीके को भारत के औषधि महानियंत्रक ने शुक्रवार को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इस टीके को 12 साल व इससे अधिक उम्र के लोगों को दिया जा सकता है।
पढ़ें- पति के साथ सौतन को देख आपा खोई बीवी, महिला को निर्वस्त्र कर जूतों की माला पहना गांव में घुमाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जाइडस कैडिला के कोविड टीके ‘‘जाइकोव-डी’’ को भारत के औषधि महानियंत्रक से मिली आपात इस्तेमाल की मंजूरी को एक ‘‘बेहद महत्वपूर्ण क्षण’’ बताया और कहा कि विश्व के पहले डीएनए-आधारित कोविड-19 रोधी टीके को मंजूरी मिलना भारत के वैज्ञानिकों के नवोन्मेषी उत्साह का प्रमाण है।
पढ़ें- खुलेंगे सिनेमाघर, पार्क, सार्वजनिक परिवहन सेवाओं और खेल गतिविधियों पर लगी रोक हटाई गई
प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत पूरी ताकत के साथ कोविड-19 से मुकाबला कर रहा है। विश्व के पहले डीएनए आधारित जाइडस केडिला के जाइकोव-डी टीके को मिली मंजूरी भारत के वैज्ञानिकों के नवोन्मेषी उत्साह का प्रमाण है।’’
पढ़ें- मल्टी लेवल पार्किंग का लोकार्पण, 450 चार पहिया, 200 दोपहिया वाहनों पार्किंग की व्यवस्था
इससे पहले देश में पांच टीकों को मंजूरी मिली है। इनमें सीरम इस्टीट्यूट का कोविशील्ड, भारत बायोटेक का कोवैक्सीन, रूस का स्पूतनिक वी, तथा अमेरिका का मॉडर्ना एवं जॉनसन एंड जॉनसन का टीका शामिल है।
पढ़ें- न्याय योजना के तहत किसानों के खातों में ट्रांसफर किए गए 1522 करोड़ रूपए
इन टीकों में से कोविशील्ड, कोवैक्सीन एवं स्पूतनिक वी का देश में इस्तेमाल हो रहा है। इस मंजूरी के साथ जाइकोव-डी छठा टीका हो जाएगा।