पटना। कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से पैर पसारने लगा है, बिहार सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों, पैरामेडिकल कर्मचारियों की छुट्टी 5 अप्रैल तक कैंसिल कर दी है।
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देश में वैक्सीनेशन के बावजूद पिछले कुछ दिनों से कोविड संक्रमण के दैनिक मामलों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है, फिर से कोरोना के अटैक से लोगों की चिंताएं बढ़ी हुई हैं तो बंदिशें भी फिर से बढ़ने लगी हैं, सरकारों के सामने भी दोबारा से बड़ी चुनौती सामने खड़ी हो गई है, हालांकि कोरोना की दूसरी लहर को लेकर सरकारें अलर्ट हैं, कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए बिहार सरकार भी सतर्क है और सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों, पैरामेडिकल कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिंल कर दी गई है. सरकार ने डॉक्टर्स की छुट्टियां 5 अप्रैल तक कैंसिल की हैं।
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इससे पहले बिहार में सार्वजनिक स्थलों पर होली मिलन पर रोक लगाई है, कोविड-19 महामारी को लेकर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के बैठक हुई, जिसमें सार्वजनिक स्थलों पर होली मिलन समारोह पर पूरी तरह रोक लगाने का फैसला लिया गया। हालांकि घरों में होली मिलन पर रोक नहीं होगी, रंगों के त्योहार होली पर्व को लेकर दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग कोरोना के मद्देनजर भी सतर्क है, होली पर्व के मौके पर बड़ी संख्या में अन्य राज्यों में रहने वाले बिहार के लोग अपने घर पहुंचते हैं, ऐसे में अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एक योजना बनाई है।
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स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सिविल सर्जन समेत अन्य अधिकारियों को अधिक से अधिक लोगों की जांच कराने के साथ रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, बस स्टैंड पर बाहर से आने वालों की जांच, कंटेनमेंट जोन बनाने, इलाज की पुख्ता तैयारी रखने जैसे तमाम निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने लोगों से भी भीड़भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाने, बाहर से आने वालों से जांच कराने, मास्क पहनने और हाथ धोते रहने से बचाव के उपाय अपनाने की अपील की गई है।