Uttarakhand Tunnel Rescue Update : 41 मजदूरों को मिली नई जिंदगी..! परिजनों के खिल उठे मुरझाए हुए चेहरे, खुशी जाहिर कर कही ये बात

Uttarakhand Tunnel Rescue Update : श्रमिकों के बाहर निकलने के बाद उनके परिजनों के चेहरे भी खिल उठे एवं खुशी जाहिर की।

  •  
  • Publish Date - November 29, 2023 / 10:36 AM IST,
    Updated On - November 29, 2023 / 10:36 AM IST

उत्तरकाशी। सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है, मजदूरों को बाहर सुरक्षित निकाल लिया गया है। रेस्क्यू में 41 मजदूरों को बाहर निकाला गया है। जैसे ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सिल्क्यारा सुरंग के अंदर से बचाए गए श्रमिकों से मुलाकात की है। इतना ही नहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सभी मजदूरों को एक-एक लाख के मुआवजे का ऐलान किया।

read more : Uttarakhand Tunnel Rescue Update : सही सलामत बाहर निकली 41 जिंदगियां, रेत कलाकार ने कुछ इस तरह दी रेस्क्यू टीम को बधाई, कलाकृति हो रही वायरल.. 

मजदूरों के परिजनों के खिल उठे मुरझाए हुए चेहरे

बता दें कि पूरे के लोग सभी मजदूरों की सलामती के दुआएं कर रहे थे। इस बीच जैसे ही सभी मजूदर बाहर निकले तब जाकर देशवासियों ने चैन की सांस ली। बाहर निकलते ही सभी मजदूरों को उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गले लगाया और पीएम मोदी ने फोन पर बात कर उनके स्वास्थ्य का हाल चाल जानकर हौसला बढ़ाया। वहीं श्रमिकों के बाहर निकलने के बाद उनके परिजनों के चेहरे भी खिल उठे। आइए जानते हैं कि उनके मजदूरों के ​परिजनों ने क्या कहा..

मजदूर एवं उनके परिजनों की प्रतिक्रिया

श्रमिक विश्वजीत कुमार वर्मा

चिन्यालीसौड़, उत्तराखंड: उत्तरकाशी सुरंग से सफलतापूर्वक बचाए गए 41 श्रमिकों में से एक श्रमिक विश्वजीत कुमार वर्मा ने कहा, “जब मलबा गिरा तो हमें पता चल गया कि हम फंस गए हैं। सभी हमें निकालने के प्रयास में लगे रहे। हर तरह की व्यवस्था की गई…ऑक्सीजन की, खाने-पीने की व्यवस्था की गई…पहले 10-15 घंटे हमें दिक्कत का सामना करना पड़ा, बाद में पाइप के द्वारा खाना उपलब्ध कराया गया… बाद में माइक लगाया गया था और परिवार से बात हो रही थी…अब मैं खुश हूं।”

श्रमिक सुबोध कुमार वर्मा

चिन्यालीसौड़, उत्तराखंड: उत्तरकाशी सुरंग से सफलतापूर्वक बचाए गए 41 श्रमिकों में से एक श्रमिक सुबोध कुमार वर्मा ने बताया, “हमें वहां(सुरंग) पर 24 घंटों तक खान-पान और हवा से संबंधित परेशानी हुई। इसके बाद पाइप के द्वारा खाने-पीने की चीज़ें भेजी गईं… मैं स्वस्थ हूं, कोई परेशानी नहीं है… केंद्र और राज्य सरकार की मेहनत थी जिस वजह से मैं निकल पाया…”

श्रमिक मंजीत की मां

लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश: उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग से बचाए गए श्रमिक मंजीत की मां ने कहा, “आज मैंने मिठाई बांटी है। हमें बहुत खुशी है। हमारा एक ही बेटा है जिसे वहां फंसे हुए 17 दिन हो गए थे। आज मैं उत्तराखंड सरकार का बहुत धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने हमारे बेटे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।”

श्रमिक राम मिलन के बेटे संदीप कुमार

श्रावस्ती, उत्तर प्रदेश: उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग से बचाए गए एक श्रमिक राम मिलन के बेटे संदीप कुमार ने बताया, “बहुत अच्छा लग रहा है। सब लोग खुश हैं। उनसे बात हुई है। मैं केंद्र सरकार और बचाव कर्मियों का धन्यवाद करता हूं।”

श्रमिक राम सुंदर की पत्नी शीला

श्रावस्ती, उत्तर प्रदेश: उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग से बचाए गए श्रमिक राम सुंदर की पत्नी शीला ने कहा, “हम बहुत खुश हैं, कल हमने उनसे फोन पर बात की थी। हम केंद्र सरकार और बचाव कर्मियों का धन्यवाद करते हैं। पूरे गांव में बहुत खुशी है।”

श्रमिक सोनू की मां

छपरा, बिहार: उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग से बचाए गए श्रमिकों में से एक श्रमिक सोनू की मां ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं। मैं सरकार और सभी बचाव दल के सदस्यों को धन्यवाद देती हूं… मेरे बेटे ने कहा है कि वह दो दिन में वापस लौट आएगा।”

श्रमिक संतोष कुमार की मां

श्रावस्ती, उत्तर प्रदेश: उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग से बचाए गए श्रमिक संतोष कुमार की मां ने कहा, “हमारी संतोष से फोन पर बात हुई है, अभी वह अस्पताल में है। आज हमने दिवाली मनाई है… हम केंद्र सरकार और बचाव कर्मियों का धन्यवाद करते हैं।”

राम प्रसाद नरज़ारी के पिता

कोकराझार, असम: राम प्रसाद नरज़ारी के पिता ने कहा, “सुरंग के अंदर फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बचाने के लिए मैं भारत सरकार और असम सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं… मुझे यह सुनकर राहत मिली कि बचाए गए लोगों को अस्पताल ले जाया गया है..”

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp