उत्तराखंड: पिथौरागढ़ प्रशासन ने प्रादेशिक सेना भर्ती में अव्यवस्था का ठीकरा सेना पर फोड़ा

उत्तराखंड: पिथौरागढ़ प्रशासन ने प्रादेशिक सेना भर्ती में अव्यवस्था का ठीकरा सेना पर फोड़ा

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  • Publish Date - November 21, 2024 / 08:48 PM IST,
    Updated On - November 21, 2024 / 08:48 PM IST

देहरादून, 21 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में प्रादेशिक सेना (टेरेटोरियल आर्मी) भर्ती में शामिल होने के लिए जुटी युवाओं की भारी भीड़ से फैली अव्यवस्था का ठीकरा जिला प्रशासन ने सेना पर फोड़ते हुए कहा कि बिहार के दानापुर में अचानक भर्ती निरस्त होने और परीक्षा की तिथियों का पुनर्निधारण न किए जाने से यह परिस्थिति पैदा हुई।

पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने बृहस्पतिवार को यहां जारी एक स्पष्टीकरण में कहा, “अचानक दानापुर (बिहार) की भर्ती निरस्त करने की सूचना अगर प्रशासन को समय से दी जाती तो अभ्यर्थियों को असुविधा नहीं होती और उसकी तिथियों का पुर्ननिर्धारण उसी समय कर लिया जाता तो वे पिथौरागढ़ नहीं आते।”

उन्होंने कहा, “टेरिटोरियल आर्मी द्वारा अचानक भर्ती निरस्त करने से भारी संख्या में अभ्यर्थियों ने पिथौरागढ़ की ओर प्रस्थान किया और यह परिस्थिति उत्पन्न हुई।”

गौरतलब है कि दानापुर में भर्ती निरस्त होने के कारण भारी संख्या में उत्तर प्रदेश के युवा पिथौरागढ़ पहुंच गए जिससे अव्यवस्था फैल गयी।

इस संबंध में प्रसारित हो रहे वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बुधवार को युवाओं के भर्ती स्थल तक पहुंचने की आपाधापी में वहां का गेट तक टूट गया, जिसके बाद स्थिति को संभालने के लिए लाठियां चलानी पड़ी।

इस वीडियो में दो युवकों के घायल होने का दावा भी किया जा रहा है।

जिलाधिकारी ने हालांकि बताया कि बृहस्पतिवार तक पिथौरागढ़ में लगभग 25000 अभ्यर्थी पहुंचे, जिनमें से 18000 अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर दोपहर तक वापस जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि जिले में स्थिति पूर्ण नियंत्रण में है।

गोस्वामी ने बताया कि देश के अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में टेरिटोरियल आर्मी की भर्ती आयोजित होनी थी, जिसके लिए 12 से 24 नवंबर तक विभिन्न तिथियों में विभिन्न राज्यों के अभ्यर्थियों के लिए दो-दो दिन निर्धारित थे।

टेरिटोरियल आर्मी के कर्नल उत्तम कुमार सिंह ने बताया कि यह भर्ती उत्तराखंड के लिये 113 तथा अन्य राज्यों के लिये 411 पदों के सापेक्ष आयोजित की जा रही है।

कर्नल सिंह ने बैठक में बताया कि अन्य राज्यों के लिए निर्धारित तिथियों में अभ्यर्थियों की भीड़ कम रहेगी लेकिन उत्तराखंड में अभ्यर्थियों की अधिक संख्या होने की सम्भावना है, जिसके लिए अतिरिक्त व्यवस्थाओं की आवश्यकता होगी।

उन्होंने यह भी बताया कि टेरिटोरियल आर्मी की भर्ती सागर (मध्यप्रदेश), दानापुर (बिहार) तथा उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में आयोजित होनी है।

गोस्वामी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के लिए निर्धारित तिथियों में विशेषकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थियों के पिथौरागढ़ आने की संभावना के मद्देनजर व्यवस्थाएं कर ली गयीं।

उन्होंने बताया कि इस बीच दानापुर की भर्ती को टेरिटोरियल आर्मी ने 17 नवंबर को अचानक निरस्त कर दिया, जिसकी सूचना जिला प्रशासन को एक पत्र के माध्यम से 18 नवंबर को दी गयी ।

जिलाधिकारी ने आरोप लगाया कि सेना के अधिकारियों ने इस संबंध में न कोई फोन किया और न ही कोई ईमेल।

उन्होंने बताया कि भर्ती निरस्त होने से दानापुर जाने वाले उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थी पिथौरागढ़ भर्ती में भाग लेने के लिए 18 और 19 नवंबर को प्रदेश के टनकपुर पहुंच गये।

उन्होंने बताया कि 12 से 17 नवंबर तक उड़ीसा, छत्तीसगढ़, बिहार और मध्य प्रदेश के कुल 8274 अभ्यर्थियों ने भर्ती रैली में भाग लिया और जिले में परिवहन एवं अन्य व्यवस्थायें सुचारू चलती रहीं।

गोस्वामी ने बताया कि 19 नवंबर की दोपहर से अभ्यर्थियों का पिथौरागढ़ पहुंचना शुरू हुआ तथा रात्रि तक लगभग 12 हजार अभ्यर्थी पहुंच चुके थे।

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा अचानक उत्पन्न इन परिस्थितियों के प्रबंधन हेतु सुरक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य, खाने आदि की सभी व्यवस्थायें करने हेतु युद्धस्तर पर कार्य किया गया।

अधिकारी ने बताया कि अभ्यर्थियों के रात्रि विश्राम के लिए नगर क्षेत्र में स्थित राजकीय और निजी विद्यालयों में भौतिक रूप से शिक्षण कार्य बंद करवाया गया तथा ठंड से बचने के लिए अलाव की व्यवस्था की गयी।

गोस्वामी ने बताया कि प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद दानापुर की तिथियों का पुर्ननिर्धारण 26 नवंबर से एक दिसंबर तक किया गया।

उन्होंने बताया कि तिथियों के पुनर्निधारण की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में अभ्यर्थी मैदानी क्षेत्रों से वापस भी हो गए।

भाषा दीप्ति जितेंद्र

जितेंद्र