(फाइल फोटो सहित)
देहरादून, 25 जनवरी (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को स्वतंत्रता सेनानियों, संविधान निर्माताओं और राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की एवं इस अवसर को भारत के संविधान निर्माण का उत्सव बताया।
धामी ने राज्य के लोगों को दिए संदेश में कहा, ‘‘यह हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और शहादत की याद दिलाता है। यह अवसर हमें देशभक्तों के सपनों को साकार करने और अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहने की शपथ लेने के लिए भी प्रेरित करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘संविधान के तहत हम सभी की यह जिम्मेदारी भी है कि हम न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के बुनियादी लोकतांत्रिक आदर्शों के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध रहें।’’
धामी ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिन्होंने एक बार केदारनाथ की यात्रा के दौरान कहा था कि इस सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का है।
धामी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के प्रेरणादायक वक्तव्य ने उत्तराखंड के लोगों में नयी ऊर्जा और उत्साह का संचार किया है। केंद्र सरकार राज्य के विकास के लिए हर क्षेत्र में पूरा सहयोग दे रही है। हम देवभूमि उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने और प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘उत्तराखंड समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। उत्तराखंड देवभूमि है। देवभूमि के मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि इस महीने राज्य में पहली बार आयोजित होने वाले राष्ट्रीय खेलों से खिलाड़ियों को बेहतर अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नीतिगत सुधारों के साथ उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल बनाया जा रहा है।
धामी ने कहा कि रोजगार को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में सरकारी क्षेत्र के विभिन्न विभागों में 19,000 से अधिक पदों पर भर्ती की गई एवं शेष रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है।
भाषा आशीष पवनेश
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