उत्तराखंड : हरिद्वार भेल ने पहली अपग्रेडेड एसआरजीएम तोप बालासोर के लिए रवाना की

उत्तराखंड : हरिद्वार भेल ने पहली अपग्रेडेड एसआरजीएम तोप बालासोर के लिए रवाना की

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  • Publish Date - September 13, 2024 / 06:14 PM IST,
    Updated On - September 13, 2024 / 06:14 PM IST

हरिद्वार, 13 सितंबर (भाषा) उत्तराखंड के हरिद्वार में स्थित भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) के रक्षा एवं एयरोस्पेस विभाग ने अपनी पहली अपग्रेडेड ‘सुपर रैपिड गन माउंट’ (एसआरजीएम) तोप का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया।

भारतीय नौसेना के लिए निर्मित इस अपग्रेडेड एसआरजीएम तोप को भेल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक टी.एस. मुरली ने शुक्रवार को हरी झंडी दिखाकर उड़ीसा के बालासोर के लिए रवाना किया ।

मुरली ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह तोप देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में बेहद अहम भूमिका निभाएगी।

उन्होंने तोप के निर्माण को हर भेलकर्मी के लिए आत्मगौरव का विषय बताते हुए कहा कि यह तोप 35 किलोमीटर के दायरे में हवा, पानी और समुद्र में विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों को भेद सकती है और उसके साथ ही लक्ष्य की स्थिति के आधार पर विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद का चयन करने में भी सक्षम है।

भारतीय नौसेना द्वारा भेल को दिए गए 38 अपग्रेडेड एसआरजीएम तोपों की आपूर्ति के आर्डर के अंतर्गत अभी यह पहली तोप है। इसके बाद भेल द्वारा 37 और अपग्रेडेड एसआरजीएम तोपों की आपूर्ति की जाएगी।

भेल पिछले तीन दशकों से भारतीय नौसेना के लिए एसआरजीएम का निर्माण कर रहा है तथा अब तक कुल 44 तोपों की आपूर्ति भी कर चुका है ।

कार्यक्रम में भेल और भारतीय नौसेना के अधिकारियों के अलावा इटली की सहयोगी कंपनी लियोनार्डो के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे ।

भाषा सं दीप्ति जितेंद्र

जितेंद्र