महाकुंभ नगर, 30 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने महाकुंभ में मची भगदड़ के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया।
राज्य के दो शीर्ष अधिकारी मेला क्षेत्र की ओर जाने से पहले अरैल में एक हेलीपैड पर उतरे। मुख्य सचिव सिंह और पुलिस महानिदेशक कुमार मेला क्षेत्र में एक ‘वॉच टावर’ पर पहुंचे, जहां से उन्होंने भगदड़ के बाद महाकुंभ में स्थिति की समीक्षा की और आगामी अमृत स्नान के लिए की गई तैयारियों का भी जायजा लिया।
सूचना विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, मुख्य सचिव और डीजीपी ने कहा, ‘‘इस बार महाकुंभ को लेकर की गई तैयारियों की दुनिया भर में सराहना हो रही है। लेकिन दुर्भाग्य से यह घटना हो गई। इसके बावजूद हमें मनोबल नहीं गिराना चाहिए और आगामी अमृत स्नान को शून्य त्रुटि वाला आयोजन सुनिश्चित करते हुए श्रद्धालुओं के लिए स्नान और आवागमन को यादगार बनाना है।’’
कुमार ने कहा कि बुधवार रात में जो घटना घटी, उससे हर कोई दुखी है। उन्होंने कहा, ‘‘अब हमें बसंत पंचमी के अमृत स्नान को शून्य त्रुटि वाला आयोजन बनाना है। जिन स्थलों पर सर्वाधिक भीड़ है, वहां ज्यादा से ज्यादा अधिकारी सुरक्षाबलों के साथ मौजूद रहें। जिले की सीमा पर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को तैनात किया जाए।’’
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने इस हादसे को लेकर न्यायिक जांच आयोग गठित किया है। बसंत पंचमी को होने वाले अमृत स्नान के अवसर पर हमें श्रद्धालुओं के लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करनी होंगी, ताकि उनके लिए यह अवसर यादगार बन जाए।’’
उन्होंने कहा कि इस बार जितनी शिद्दत से महाकुंभ की तैयारी की गई थी, उतनी बेहतर तैयारी कभी नहीं की गई और ये दुर्भाग्य है कि इतनी तैयारियों के बावजूद यह दुर्घटना हो गई। उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण अत्यधिक भीड़ जुटना है।
मुख्य सचिव ने कहा, ‘‘आने वाले अमृत स्नान पर हमें संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ को जाने से रोकना होगा। लोगों को रोकने के लिए कई स्तरों पर बैरीकेड लगाए जाएं। मुख्यमंत्री जी ने व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करने के लिए कुछ और वरिष्ठ अधिकारियों को यहां भेजा है।’’
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, यूपीपीसीएल के चेयरमैन आशीष गोयल, प्रमुख सचिव (नगर विकास) अमृत अभिजात, एडीजी भानु भास्कर, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, डीआईजी वैभव कृष्ण, एसएसपी राजेश द्विवेदी मौजूद रहे।
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के लिए मंगलवार देर रात उमड़ी भीड़ में मची भगदड़ की घटना में 30 लोगों की मौत हो गई थी तथा 60 अन्य जख्मी हो गए थे। मौनी अमावस्या बुधवार को थी।
भाषा राजेंद्र शफीक
शफीक