देहरादून, 21 फरवरी (भाषा) उत्तराखंड विधानसभा में विपक्षी कांग्रेस सदस्यों द्वारा शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल पर टिप्पणी किए जाने को लेकर काफी हंगामा हुआ।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए सदस्यों को ‘चौराहे पर खड़े लोगों की तरह व्यवहार’ न करने की सलाह दी और कहा कि ”हम सब लोग उत्तराखंड के हैं”।
राज्य विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब संसदीय कार्य मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल शून्य काल में कांग्रेस सदस्य मनोज तिवारी द्वारा जिला स्तरीय विकास प्राधिकरणों में भ्रष्टाचार के कारण लोगों को हो रही परेशानी के संबंध में उठाए गए काम रोको प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे।
इसी दौरान, कांग्रेस की ओर से अग्रवाल के बारे में कोई टिप्पणी की गयी जिस पर वह उत्तेजित हो गए और कहा, ”क्या हमने इसी दिन के लिए आंदोलन कर उत्तराखंड मांगा था कि पहाड़ी और देसी को लेकर टिप्पणियां की जाएं।”
अग्रवाल ने आरोप लगाया कि विपक्षी सदस्य राज्य को विखंडन की स्थिति में ले जाना चाहते हैं।
विपक्ष की ओर से बार-बार ऐसी टिप्पणियां किए जाने का आरोप लगाते हुए मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य से अपने साथियों को इस बारे में समझाने को कहा।
अग्रवाल को आक्रोशित होते देखकर कांग्रेस के अन्य सदस्य भी जोर-जोर से बोलते हुए अपने स्थानों पर खड़े हो गए और कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं कहा गया है तथा मंत्री बिना वजह बात को तूल दे रहे हैं। थोड़ी देर तक सदन में इस बात को लेकर हंगामा होता रहा।
इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, ”हम लोग इस तरह से व्यवहार कर रहे हैं जैसे हम चौराहे पर खड़े हुए हैं।”
उन्होंने सदन को मंदिर बताते हुए सदस्यों को इस प्रकार का व्यवहार न करने की नसीहत देते हुए कहा कि ऐसी टिप्पणियां बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
विधानसभा अध्यक्ष भूषण ने कहा, ”उत्तराखंड के लिए हम सबने लड़ाई लड़ी है और हम सब उत्तराखंड के लोग हैं। हम पहाड़ी, देसी नहीं हैं, हम उत्तराखंड के लोग हैं।’
उन्होंने कहा कि सभी को केवल उत्तराखंड को और आगे बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष ने इस प्रकरण को विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं किए जाने के आदेश भी दिए।
भाषा
दीप्ति, रवि कांत
रवि कांत
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