नयी दिल्ली, 19 मार्च (भाषा) दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन में बुधवार को उस समय अव्यवस्था पैदा हो गई जब आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पार्षदों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
‘आप’ और भाजपा पार्षद मेज और कुर्सियों पर खड़े होकर एक-दूसरे के खिलाफ नारे लगाने लगे। आप सदस्यों ने ‘‘गुंडागर्दी नहीं चलेगी’’ के नारे लगाए, जबकि भाजपा पार्षदों ने जवाब में ‘‘अरविंद केजरीवाल शर्म करो, मेयर शर्म करो’’ के नारे लगाये।
इस बीच, कांग्रेस पार्षदों ने एक बैनर प्रदर्शित किया जिस पर लिखा था, ‘‘संविधान हमारी पहचान है, संविधान की हत्या बंद करो।’’
पार्षद एक-दूसरे को धक्का देते, कागज फाड़ते और एक-दूसरे पर अपनी-अपनी चीजें फेंकते हुए नजर आए।
एमसीडी के महापौर महेश खींची ने दावा किया कि भाजपा पार्षदों ने उनसे माइक छीन लिया। खींची ने कहा कि बजट सत्र का आखिरी दिन होने के बावजूद विपक्ष ने सहयोग करने से इनकार कर दिया और कार्यवाही में बाधा डाली।
उन्होंने दावा किया कि पिछले दो सालों से विपक्ष लगातार सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रहा है और चर्चाओं को होने से रोक रहा है। खींची ने कहा, ‘‘इस बार भी उन्होंने यही किया… दलित महापौर के प्रति इस तरह का व्यवहार अनुचित है और संविधान के खिलाफ है।’’
‘आप’ पार्षद शगुफ्ता चौधरी ने कहा, ‘‘हमें आज विधेयक पारित करना था और अराजकता के बावजूद हम इसे पारित करने में सफल रहे।’’
उन्होंने कहा कि पार्षद अपने सवाल लेकर आते हैं और सदन में चर्चा की उम्मीद करते हैं। चौधरी ने कहा, ‘‘अगर सत्र सुचारू रूप से चलता है, तो सभी को अपनी बात कहने का मौका मिलता है।’’
भाषा आशीष देवेंद्र
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