प्रयागराज, 15 नवंबर (भाषा) पीसीएस (प्री) की परीक्षा एक ही दिन कराने के निर्णय के अगले दिन शुक्रवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने इस परीक्षा की नई तिथि घोषित की। आयोग 22 दिसंबर, 2024 को दो सत्रों में इसे आयोजित करेगा।
आयोग के सचिव अशोक कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इससे पूर्व पीसीएस प्री की परीक्षा सात और आठ दिसंबर को प्रस्तावित थी। अब यह परीक्षा 22 दिसंबर को दो सत्रों (सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक और दूसरे सत्र में दोपहर 2:30 बजे से शाम 4:30 बजे) में आयोजित की जायेगी।
पिछले 11 नवंबर से बड़ी संख्या में छात्र पीसीएस प्री और आरओ-एआरओ परीक्षा को एक दिन में कराने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे। बृहस्पतिवार को आयोग ने पीसीएस प्री की परीक्षा एक ही दिन में कराने की छात्रों की मांग मान ली, जबकि आरओ-एआरओ की परीक्षा के लिए समिति गठित की है।
उप्र लोक सेवा आयोग के सचिव अशोक कुमार ने पीटीआई को बताया, “”आरओ-एआरओ परीक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या को देखते हुए हमने कमेटी गठित की है जो जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट देगी और उसके अनुसार निर्णय किया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “इन छात्रों को बता दिया गया है कि परीक्षा स्थगित हो गई है। छात्रों को इतना धैर्य तो रखना ही चाहिए। शासन ने इनकी बात सुनकर इनकी मांगें मानी और समिति गठित की। समिति की रिपोर्ट आने तक इनको धैर्य रखना चाहिए। यह बड़ी बात है कि तैयारी होने के बाद भी हम आरओ-एआरओ की परीक्षा नहीं करा रहे हैं।”
शुक्रवार दोपहर दो बजे तक आयोग के गेट पर महज 20-25 छात्र बैठकर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए और इतनी ही संख्या में छात्रों की भीड़ आयोग के बाहर एकत्रित है। ज्यादातर छात्रों का कहना है कि आरओ-एआरओ की परीक्षा पर निर्णय आने तक वे आंदोलन जारी रखेंगे।
छात्र शिव कुमार मौर्य ने बताया कि शुक्रवार की सुबह 50-100 की संख्या में ही छात्र आयोग के सामने एकत्र हुए, जबकि कल तक यह संख्या दस हजार से अधिक थी। संख्या कम होने से आयोग के सामने की एक सड़क दोपहिया वाहनों के आवागमन के लिए खोल दी गई है। वहीं आयोग के आसपास तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या भी बहुत घट गई है।
पीसीएस की तैयारी कर रहे छात्र गणेश द्विवेदी ने कहा कि सरकार ने पीसीएस की परीक्षा एक दिन में कराने का बहुत अच्छा निर्णय किया है जिससे पीसीएस की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों में बहुत खुशी है।
वहीं मयंक जैन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार आरओ-एआरओ की परीक्षा पर भी जल्द निर्णय करेगी। इसी उम्मीद में छात्र धरने पर बैठे हैं। यदि आंदोलन के दौरान इस पर निर्णय नहीं होता तो यह ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
प्रतियोगी छात्र दीपक सिंह ने कहा कि यह फैसला (पीसीएस परीक्षा एक दिन में कराने का) सही समय पर लिया गया है और इस निर्णय से छात्रों का भविष्य सुरक्षित होगा और छात्र परीक्षा की तैयारी में निश्चिंतता महसूस करेंगे।
इसी तरह, एक अन्य छात्र देवेंद्र प्रजापति ने कहा, हमें मुख्यमंत्री पर पूरा भरोसा है कि वह आयोग को आरओ-एआरओ पर भी जल्द निर्णय करने का निर्देश देंगे जिससे इस परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र निश्चिंतता के साथ तैयारी कर सकें।
भाषा राजेंद्र मनीषा रंजन
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