लखनऊ। यूपी सरकार ने संकेत दिए हैं कि 15 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन खोलने की स्थिति में प्रदेश सरकार नहीं है। प्रदेश सरकार के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (गृह) अवनीश अवस्थी ने ये बात कही है। अवनीश अवस्थी ने कहा है कि अगर कोरोना वायरस का एक भी मामला प्रदेश में रहेगा तो लॉकडाउन नहीं खोला जाएगा। वहीं, उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या अब 305 तक पहुंच गई है, जिनमें से आधी से अधिक संख्या तब्लीगी जमात से लौटे लोगों की है।
There is little possibility of lifting lockdown after April 15 as claimed in a section of media. We will not be in a position to lift the lockdown even if a single case of #COVID19 is left in Uttar Pradesh. So it can take time: Additional Chief Secretary (Home) Avanish Awasthi pic.twitter.com/q0ifEBIHOQ
— ANI UP (@ANINewsUP) April 6, 2020
पढ़ें- मोदी सरकार का बड़ा फैसला, एक साल तक 30 प्रतिशत कटेगी सांसदों की सैल…
अवनीश अवस्थी ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से तबलीगी जमात में शामिल लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो रही है उससे प्रदेश में मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है। अगर ऐसा ही रहा तो 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खोलना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात से जुड़े लोगों की वजह से ही कई जिलों में संक्रमण फैला है। सबसे ज्यादा संक्रमित आगरा में मिले हैं। उसके बाद मेरठ, सहारनपुर, आजमगढ़, लखनऊ, बाराबंकी, शामली, गाजियाबाद आदि जिले हैं।
पढ़ें- पीएम मोदी के आह्वान पर पूरे देश ने जलाया दीया, तो भाजपा की महिला ने…
अवनीश अवस्थी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कुल 27 मामले सामने आए हैं। इसमें से 21 लोग तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं। अब तक सामने आए कुल मामलों में 159 मरीज तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं। उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देशभर में भी पिछले तीन-चार दिनों में सामने आए मामले तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के ही हैं।
पढ़ें- 15 अप्रैल से शुरू होगी GoAir की घरेलू विमानों की बुकिंग, अंतरराष्ट्रीय उड़ानो…
14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खोले जाने के बारे में अवनीश अवस्थी ने कहा, ‘लॉकडाउन खोलने पर अभी बोलना प्रीमच्योर होगा। लॉकडाउन खोलने में अभी समय लगेगा। 14 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन की संभावना है। अगर प्रदेश में कोरोना का एक भी केस रहेगा तो लॉकडाउन नहीं खुलेगा। जीवन सबसे पहले है।’