तिरुवनंतपुरम/नयी दिल्ली, 23 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने केरल के एक सरकारी स्कूल में क्रिसमस समारोह के आयोजन को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) कार्यकर्ताओं द्वारा शिक्षकों को कथित तौर पर धमकाने की सोमवार को कड़ी निंदा की।
कुरियन ने राज्य सरकार से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया।
कुरियन ने नयी दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह घटना के संबंध में आरोपियों के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा की गई कानूनी कार्रवाई का समर्थन करते हैं। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित विद्यालयों में क्रिसमस मनाने का केरल सरकार का फैसला स्वागत योग्य कदम है।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि केरल सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में क्रिसमस मनाने का फैसला स्वागत योग्य कदम है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं। मैं केरल सरकार से अनुरोध करता हूं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए वह सख्त कानूनी कार्रवाई करे…(मैं) केरल सरकार की कानूनी कार्रवाई का समर्थन करता हूं।’’
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार सरकारी विद्यालयों में मिलाद-उन-नबी और जन्माष्टमी जैसे अन्य धर्मों के उत्सव भी आयोजित करे ताकि बच्चों में इसके बारे में जागरूकता पैदा की जा सके।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता वी मुरलीधरन ने कहा कि उन्हें घटना का सटीक विवरण नहीं पता और उन्हें इस पर विश्वास नहीं कि भाजपा कार्यकर्ता ऐसी चीजें करेंगे।
उन्होंने कहा कि पुलिस को मामले की जांच करने दें। उन्होंने कहा कि क्रिसमस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भागीदारी के माध्यम से इस मुद्दे पर भाजपा का रुख स्पष्ट है।
विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने क्रिसमस समारोह को लेकर धमकी देने वाली घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि संघ परिवार लंबे समय से केरल में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पलक्कड़ स्कूल में क्रिसमस समारोह को उसी तरह बाधित किया गया, जैसा कि उत्तर भारत में होता है।
सतीशन ने आरोप लगाया, ‘‘सत्तारूढ़ माकपा का सांप्रदायिक तुष्टीकरण भाजपा के लिए अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार करने का एक तरीका बन गया है।’’
पलक्कड़ स्कूल ने संघ परिवार के कार्यकर्ताओं का असली चेहरा देखा है, जो क्रिसमस के समय ईसाइयों के घरों में केक लेकर जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वे भेड़ की खाल में भेड़िये की तरह हैं।’’ विपक्ष के नेता ने कहा कि केरल में ऐसी घटनाओं को दोहराने की अनुमति नहीं दी जाएगी और इसके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया जाएगा।
माकपा से जुड़े युवा संगठन डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने विहिप कार्यकर्ताओं के धमकाने वाले कृत्य के विरोध में स्कूल परिसर में कैरोल सहित क्रिसमस समारोह का आयोजन किया।
के. अनिलकुमार, वी सुसासनन और के. वेलायुधन को चित्तूर पुलिस ने पलक्कड़ के नल्लेपिल्ली सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार को क्रिसमस समारोह के सिलसिले में शिक्षकों को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। ये तीनों कथित तौर पर विश्व हिंदू परिषद के स्थानीय कार्यकर्ता हैं।
स्कूल प्राधिकारियों द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार, तीनों ने कथित तौर पर स्कूल के क्रिसमस समारोह में बाधा डाली, शिक्षकों और छात्रों से क्रिसमस कैरोल के लिए उनकी पोशाक के बारे में सवाल किए और छात्रों के सामने शिक्षकों को मौखिक रूप से अपशब्द कहे।
पुलिस ने कहा था कि तीनों व्यक्तियों को सरकारी कर्मचारियों के कर्तव्य में बाधा डालने और धमकी देने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया गया था।
इस बीच, क्रिसमस समारोह के हिस्से के रूप में पलक्कड़ के थाथमंगलम में स्थित एक अन्य स्कूल में बच्चों और शिक्षकों द्वारा बनाया गया एक प्रतीकात्मक पालना सोमवार की सुबह नष्ट पाया गया।
स्कूल प्राधिकारियों ने कहा कि पालना और अन्य सजावट इमारत के अंदर रखी गई थी, जिसे छुट्टी होने के कारण बंद कर दिया गया था।
राज्य के मंत्री के कृष्णनकुट्टी ने बाद में स्कूल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि पालना किसी ने जानबूझकर नष्ट कर दिया था और इस घटना की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक विशेष पुलिस दल इन दोनों घटनाओं की जांच करेगी।
भाषा अमित सुरेश
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