‘Shetkari Samridhi’ Kisan Special Train: चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 23 नवंबर को मतगणना होगी। इधर, चुनाव की तारीख का ऐलान होने से पहले ही रेल मंत्री ने हजारों रेल यात्रियों को बड़ा तोहफा दिया गया। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को महाराष्ट्र के देवलाली को बिहार के दानापुर से जोड़ने वाली ‘शेतकरी समृद्धि’ किसान स्पेशल ट्रेन का शुभारंभ किया।
इन प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी ट्रेन
ट्रेन नासिक, मन्माड, जलगांव, भुसावल, इटरासी, जबलपुर और सतना जैसे प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी। इसके जरिये किसानों के लिए समय पर बाजार पहुंचना आसान होगा।
ट्रांसपोर्टेशन के लिए काफी किफायती
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये रेल मंत्री ने इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इस ट्रेन को किसानों की सहूलियत को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है। इस ट्रेन के शुरू होने से किसान अपने कृषि उत्पाद को आसानी से और किफायती रूप से एक जगह से दूसरी जगह ले जा सकेंगे। बता दें कि, ट्रेन के माध्यम से अब माल ढुलाई की लागत इस 1515 किमी लंबे मार्ग पर 28 पैसे प्रति किलो से भी कम है। इस हिसाब से यह खराब होने वाले सामानों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए काफी किफायती है।
और भी रेल गाड़ियों का संचालन करने का प्लान
रेल मंत्री ने इस मौके पर जोर देते हुए कहा कि, यह एक पायलट प्रोजेक्ट है। यदि यह सफल होता है तो आने वाले समय में किसानों को ध्यान में रखकर ऐसी और भी रेल गाड़ियों का संचालन करने का प्लान है। महाराष्ट्र में रेलवे से जुड़े डेवलपमेंट पर बात करते हुए वैष्णव ने कहा कि, साल 2014 से पहले की 1,171 करोड़ रुपये की फंडिंग से बढ़कर अब यह 15,940 करोड़ रुपये हो गई है। 5,870 किमी तक फैली 41 नई रेलवे लाइनों के लिए 81,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 41 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
अमृत स्टेशनों के रूप में विकसित हो रहे रेलवे स्टेशन
इसके अलावा वैष्णव ने बताया कि 132 रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशनों के रूप में विकसित किया जा रहा है। महाराष्ट्र में 318 फ्लाईओवर और रोड अंडर ब्रिज का काम भी चल रहा है। वैष्णव ने बताया कि मुंबई से विभिन्न मार्गों के लिए 11 वंदे भारत ट्रेनों को मंजूरी दी गई है, जिनमें से छह वर्तमान समय में चालू हैं। रेल मंत्री ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्अ के बारे में भी अपडेट दिया, जिसमें मुंबई से अहमदाबाद तक 350 किमी के रूट के साथ-साथ 7 किमी के पानी के नीचे के सुरंग सहित बांध नींव और गार्डर कास्टिंग के बारे में जानकारी दी।