सोनीपत (हरियाणा), 23 नवंबर (भाषा) केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को ओ पी जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय में भारत के पहले संविधान संग्रहालय का उद्घाटन किया।
बिरला ने विश्वविद्यालय में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने इस तरह के काम के लिए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और भाजपा सांसद नवीन जिंदल को श्रेय दिया।
उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को संविधान से परिचित कराएगा।
उल्लेखनीय है कि संग्रहालय का उद्देश्य संविधान के आवश्यक तत्वों और प्रमुख प्रावधानों के बारे में समझ बढ़ाना है और लोगों को यह बताना है कि इसके मूल्यों और आदर्शों ने राष्ट्र को किस प्रकार आकार दिया है।
नवीन जिंदल ने कहा कि संविधान संग्रहालय हमारे पूर्वजों के दृष्टिकोण की याद दिलाता है।
उन्होंने कहा कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है, जो संविधान सभा के अथक प्रयासों और परिश्रम के कारण अस्तित्व में आया।
मेघवाल ने कहा, ‘समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व हमारे संविधान की आधारशिला हैं। हम समानता को स्वतंत्रता से पहले रखते हैं, क्योंकि यह अधिक महत्वपूर्ण है… डॉ. बी.आर. आंबेडकर ने कहा था, हम तभी स्वतंत्र रहेंगे, जब हमारे पास समानता होगी।’
भाषा जोहेब सुरेश
सुरेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
राजस्थान: भाजपा ने सात में से पांच सीट पर जीत…
17 mins ago