नई दिल्ली। केरल में गर्भवती हथिनी को फल में पटाखे खिलाकर मारने की घटना का देशभर में विरोध के बीच केंद्रीय मंत्री वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसी गंभीरता से लिया है। उन्होंने बयान जारी कर कहा है कि इसके दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि केरल में हाथिनी की हत्या पर केंद्र सरकार ने बहुत गंभीरता से ध्यान दिया है। हम सही तरीके से जांच करने और अपराधियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
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आपको बता दें केरल में मलप्पुरम में एक बेजुबां गर्भवती मादा हाथी की इंसानी क्रूरता से मौत हो गई। भूख के कारण भोजन की तलाश में घूम रही एक गर्भवती मादा हाथी को पास के कुछ लोगों ने पटाखों से भरा अनानास खिला दिया। इससे पटाखे उसके मुंह में फट गए और उसकी मौत हो गई। मादा हाथी भोजन की तलाश में घूमती हुई आबादी क्षेत्र के पास पहुंच गई थी। गांव के कुछ लोगों ने उसे पटाखों से भरा अनानास खिला दिया। वह मुंह में फट गया। इससे उसका मुंह और जीभ गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
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वन अधिकारी कृष्णन ने बताया मुंह में पटाखें फटने के बाद जख्मी हुई मादा हाथी ने किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचाया। उससे कुछ भी खाया नहीं जा रहा था और वह दर्द से कराह रही थी। वह दर्द सहते हुए वहां से चली गई और वेल्लियार नदी में जा खड़ी हुई। नदी के पानी में मुंह डालने से उसे थोड़ा आराम मिला होगा। यही कारण था कि वह नदी में अपना मुंह डुबोए खड़ी रही।
वन अधिकारी कृष्णन ने बताया कि सूचना पर 27 मई को विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने दो मादा हाथियों की मदद से जख्मी मादा हाथी को बाहर निकाला, लेकिन उसे बाहर निकाले जाने तक वह दम तोड़ चुकी थी।
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इस घटना ने हर किसी को पूरी तरह से झंकझोर दिया था। हर कोई हैरान था बल्कि आस-पास के हाथी भी दुखी थे, उनकी आंखों में आंसू थे। जिस डॉक्टर ने हथिनी का पोस्टमार्टम किया वो ये देखकर अपने आंसू रोक नहीं पाया। हथिनी गर्भवती थी और उसके साथ ही उसके बच्चे को भी मार दिया गया