धार, चार जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के धार जिले में यूनियन कार्बाइड के अपशिष्ट के निपटान के लिए पहुंची ‘भस्मीकरण’ इकाई पर स्थानीय लोगों ने पथराव किया। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
जिले के पीथमपुर इलाके में यूनियन कार्बाइड का 337 टन अपशिष्ट का निपटान करने का प्रस्ताव है।
पीथमपुर थाने के निरीक्षक ओम प्रकाश अहीर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि 100 से 150 लोगों की भीड़ ने इकाई के गेट पर पथराव किया। अहीर ने बताया कि घटना के पीछे के लोगों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई करने के लिए जांच की जा रही है।
यह घटना पीथमपुर बचाओ समिति द्वारा निपटान योजना के खिलाफ बुलाए गए बंद के विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद हुई है।
शुक्रवार को 500 से 600 लोगों की भीड़ रामकी ग्रुप के औद्योगिक अपशिष्ट प्रबंधन प्राइवेट लिमिटेड परिसर में पहुंची थी लेकिन पुलिस ने समय रहते उन्हें तितर-बितर कर दिया।
परिसर में कचरे को जलाया जाना था।
जिला प्रशासन ने कुछ घंटों बाद इकाई के परिसर के आसपास भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी।
शुक्रवार शाम को जिला अधिकारियों द्वारा जारी आदेश में बताया गया कि 12 जनवरी तक और भस्मीकरण सुविधा के आसपास शांति बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा लागू की गयी है।
भोपाल में दो और तीन दिसंबर 1984 की दरमियानी रात यूनियन कार्बाइड कीटनाशक कारखाने से मिथाइल आइसोसाइनेट (एमआईसी) गैस लीक हुई थी, जिससे कम से कम 5,479 लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोग गंभीर और दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हो गए हैं।
अधिकारियों ने कार्बाइड फैक्टरी से 337 टन अपशिष्ट को वैज्ञानिक तरीके से निपटान के लिए पीथमपुर पहुंचाया है।
यह अपशिष्ट बृहस्पतिवार को पीथमपुर स्थित भस्मीकरण इकाई में पहुंचा था।
भाषा सं दिमो जितेंद्र
जितेंद्र