सूरत: भुज के सहजानंद गर्ल्स कॉलेज में कपड़े उतरवाकर छात्राओं का पीरियड चेक करने का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि सूरत से महिलाओं के कपड़े उतरवाने का एक और मामला सामने आया है। दरअसल आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान में फिटनेस टेस्ट के नाम पर 100 से अधिक महिलाओं के कपड़े उतरवाकर जांच किया गया है।
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बताया गया कि एसएमसी के कर्मचारी संघ ने म्यूनिसिपल अधिकारी से शिकायत दर्ज कराते हुए कहा है कि फिटनेस टेस्ट के नाम पर 100 ट्रेनी क्लर्क महिलाओं के कपड़े उतरवाया गया और 10-10 के समूहों में निर्वस्त्र खड़ा रहने को कहा गया। शिकायतकर्ताओं ने कहा है कि जांच के दौरान उनकी प्रेग्नेंसी टेस्ट किया गया और कई पर्सनल लाइफ से जुड़े सवाल पूछे गए हैं। महिला डॉक्टरों ने प्रेग्नेंसी से संबंधी टेस्ट किए।
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इस मामले को लेकर अस्पताल के स्त्री रोग विभाग के प्रमुख आश्विन वछानी ने बताया कि हॉस्पिटल के गाइडलाइन्स अनुसार ट्रेनी कलर्कों की जांच की गई है। भर्ती के लिए महिलाओं की शारीरिक दक्षता की जांच आवश्यक है। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि ऐसी जांच पुरुषों की होती है या नहीं लेकिन महिलाओं के मामले में हमें इन नियमों का पालन करना पड़ता है और जांच करनी होती है कि कहीं किसी महिला को किसी तरह का रोग तो नहीं है।
गौरतलब है कि बीते दिनों भुज के सहजानंद गर्ल्स कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में सेनेटरी पैड मिलने के बाद 68 छात्राओं के कपड़े उतरवाकर पीरियड चेक किया गया था। इस मामले को लेकर भी जमकर बवाल हुआ था।