Human Development Index 2021: देश की जनता का विकास हर देश का मूल कर्तव्य होता है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम में हर साल एक रिपोर्ट जारी करता है। जिसमें कई देशो के बारे में उनके द्वारा उठाए कदमों के हिसाब से रैंकिंग दी जाती है। आपको बता दें कि मानव विकास सूचकांक में भारत 132वें स्थान पर है। मौजूदा सूचि में भारत का एडीआई मान 0.6333 है। जो कि पिछली बार से कम है। भारत का 2020 में हम रेकार्ड देखें तो हम भारत की रैंकिंग 131 थी। जो कि एक पायदान फिसली है।
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भारत में प्रति व्यक्ति कि आयू देखें तो लगभग 67 साल दो महीना है। जोकि एक साल में लगभग दो साल पांच महीने कम हो गई है। जिन मानकों के आधार पर तैयार की जाती है, उनमें एक मुद्दा स्कूली शिक्षा का भी है। भारत में स्कूली शिक्षा के औसत वर्ष 6.7 हैं जबकि इसे 11.9 वर्ष होना चाहिए।
इन पैरा मीटर पर तय होती देशो की रैंकिंग
सभी देशो की रैंकिंग देने वाले संयुक्त राष्ट्र संघ के कुछ पैरामीटर होते है। जिनमें लंबा और स्वस्थ जीवन, शिक्षा तक पहुंच और सभ्य जीवन स्तर, इन तीन प्रमुख मुद्दों पर मानव विकास सूचकांक तैयार किया जाता है. इन मुद्दों को गणना चार संकेतकों के आधार पर होती है, जिनमें जन्म के समय जीवन का पूर्वानुमान, स्कूली शिक्षा के औसत वर्ष, स्कूली शिक्षा के अपेक्षित वर्ष और प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय आय (जीएनआई) शामिल है। इन सभी पैरीमीटर की रिपोर्ट जमा करने के बाद लगभग 3 महीने में रैंकिंग रिलीज की जाती है।
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