नई दिल्ली । investigation by Vigilance Department UKSSSC स्नातक पेपर लीक मामलें में इन दिनों हर तरफ से कड़ी कार्रवाई की जा रही है। एक ओर जहां एसटीएफ ने 37 लोगों को गिरफ्तार किया है। तो वहीं दूसरी ओर शासनन ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पूर्व सचिव और परीक्षा नियंत्रक समेत छह लोगों के खिलाफ सतर्कता विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं।
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आयोग के तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी के साथ ही संतोष बडोनी को भी बतौर परीक्षा नियंत्रक इसके लिए जिम्मेदार माना गया है। डांगी इसी साल जनवरी में रिटायर हो गए थे, इसके बाद परीक्षा नियंत्रक की भूमिका भी बडोनी के पास थी। इसके साथ ही आयोग में गोपन विभाग के अनुभाग अधिकारी बृजलाल बहुगुणा, दीपा जोशी, कैलाश नैनवाल भी जांच के दायरे में आए हैं। कंपनी को किए गए भुगतान की फाइल में इन सभी के हस्ताक्षर हैं। इसके साथ ही आरएमएस टैक्नोसॉल्यूशन के मालिक राजेश चौहान की भी विजिलेंस जांच होगी। इसमें से संतोष बडोनी को आयोग से हटाने के बाद सरकार निलंबित भी कर चुकी है।
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ऐसा माना जा रहा है कि पेपर लीक मामलें की जांच के दायरे में पूर्व परीक्षा नियंत्रक नारायण सिंह डांगी, उनकी सेवानिवृत्ति के बाद प्रभार संभाल रहे पूर्व सचिव संतोष बडोनी, अनुभाग अधिकारी (गोपन) बृजलाल बहुगुणा, दीपा जोशी और कैलाश नैनवाल आएंगे। इस संबंध में जल्द ही विजिलेंस टीम बनाकर जांच शुरू कर देगी।
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