कोलकाता, 31 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ में मची भगदड़ में पश्चिम बंगाल के दो और लोगों की मौत के साथ राज्य से मृतकों की संख्या चार हो गई है।
मालदा जिले के बैष्णबनगर क्षेत्र के अमिय साहा (28) और पश्चिम बर्धमान के जमुरिया के बिनोद रुइदास (35) भी उन 30 श्रद्धालुओं में शामिल थे, जिनकी महाकुंभ के संगम क्षेत्र में तड़के मची भगदड़ में मौत हो गई। उनके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी।
बृहस्पतिवार को दो महिलाओं- शहर के गोल्फ ग्रीन क्षेत्र की बसंती पोद्दार और पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सालबनी की उर्मिला भुइयां के परिवार ने दावा किया था कि बुधवार को मौनी अमावस्या के अवसर पर स्नान के समय भगदड़ के कारण उनकी मौत हो गई।
साहा के पिता ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनके बेटे, जो एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक थे, भगदड़ में घायल हो गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के एक अस्पताल में इलाज के बिना ही कुछ समय तक उन्हें छोड़ दिया गया था। अमिय साहा के पिता ने दावा किया बाद में उनके बेटे की मृत्यु हो गई, लेकिन उत्तर प्रदेश प्रशासन ने शव को सौंपते समय ‘‘मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया’’, जिससे पोस्टमार्टम में देरी हुई।
रुइदास के भाई ने बताया कि बुधवार को डुबकी लगाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते समय चोट लगने से उनके भाई की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह विनोद रुइदास का शव वापस लाया गया।
रुइदास के भाई ने यह भी आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘‘उचित’’ मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया।
इस बीच, राज्य के नौ श्रद्धालुओं के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि भगदड़ के बाद वे अभी भी लापता हैं।
भाषा आशीष दिलीप
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