भुवनेश्वर, 26 मार्च (भाषा) ओडिशा विधानसभा की अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने बुधवार को सदन में अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस के दो और विधायकों को सात दिन के लिए निलंबित कर दिया। इसके साथ ही अब कांग्रेस के सभी 14 विधायक निलंबित कर दिए गए हैं।
सरकार के मुख्य सचेतक सरोज कुमार प्रधान द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को सदन द्वारा पारित किए जाने के बाद पाढ़ी ने ताराप्रसाद बहिनीपति और रमेश जेना के निलंबन की घोषणा की।
इससे पहले, प्रश्नकाल के दौरान बहिनीपति और जेना मंगलवार को पार्टी विधायकों के निलंबन का विरोध और राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जांच के लिए सदन की समिति के गठन की मांग करते हुए सदन के आसन के करीब घंटी बजाते देखे गए।
इसी तरह के आधार पर मंगलवार को कांग्रेस के 12 विधायकों को सात दिन के लिए निलंबित कर दिया गया था।
पार्टी के सदस्य समिति के गठन की मांग को लेकर सात मार्च से विधानसभा में प्रदर्शन कर रहे हैं।
सदन में उस समय भी हंगामा देखने को मिला जब मुख्य विपक्षी दल बीजू जनता दल (बीजद) ने प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा से बहिर्गमन किया और शिक्षा व नौकरियों में एसटी, एससी और ओबीसी उम्मीदवारों के लिए आरक्षण की मांग की।
बाद में, बीजद विधायकों ने एजी चौक तक मार्च किया जहां उन्होंने बी. आर. आंबेडकर की प्रतिमा के पास उन्हें श्रद्धांजलि दी। विधानसभा के मुख्य द्वार पर उनकी सुरक्षाकर्मियों के साथ कथित तौर पर धक्कामुक्की भी हुई, क्योंकि पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के प्रवेश को रोकने के लिए द्वार बंद कर दिया था।
भाषा जोहेब नेत्रपाल
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