Two-day long BJP National Executive meeting commences at NDMC Delhi : नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल्ली में रोड शो शुरू हो गया है। भारी संख्या में लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है। बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज से यहां एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में शुरू हो रही है। इसके पहले पीएम पटेल चौक से नडीएमसी कन्वेंशन सेंटर तक रोड शो कर रहे हैं। इस बैठक का सीधा तात्पर्य इस साल 9 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और मिशन 2024 की जीत है। इस रोड शो के माध्यम से बीजेपी ने चुनावी बिगुल बजा दिया है। दिल्ली से भरी यह हुंकार पूरे भारत में सुनाई दे रही है। इस बैठक में भाजपा के दिग्गज नेता सहित भाजपा शासित राज्यों के सीएम मौजूद है।
Two-day long BJP National Executive meeting commences at NDMC Delhi : नए साल की शुरुआत हो चुकी है। साल 2030 में देश के 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव का आगाज होने वाला है। गुजरात में मिली ऐतिहासिक जीत के साथ भाजपा पूरी तैयारी में है कि इन 9 राज्यों में अपना दमखम दिखा सके। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के पहले इन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव भाजपा या कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। इन चुनाव के नतीजे ही आने वाले 2024 में लोकसभा चुनाव की जीत के रास्ते खोलेगी। दिल्ली में चल रही बाजेपी के कार्यकारणी बैठक के कई मायने निकाले जा रहे है।
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Two-day long BJP National Executive meeting commences at NDMC Delhi : 2023 में राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और तेलंगना जैसे बड़े राज्यों के साथ ही पूर्वोत्तर के त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड और मिजोरम जैसे राज्यों में भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। मेघालय में तो तृणमूल कांग्रेस ने उम्मीदवारों की सूची जारी भी कर दी है। यह साल बीजेपी विरोधी पार्टियों के लिए भी अहमियत रखता है जो एकजुट होने के लिए मुखर रही हैं। इस लिहाज से 2023 के चुनावी मुकाबलों को 2024 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है।
Two-day long BJP National Executive meeting commences at NDMC Delhi : बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी इन चुनावों को लेकर अहम रणनीति बनाएगी। पार्टी छत्तीसगढ़ और राजस्थान को लेकर काफी फोकस बढ़ाएगी। इन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है। वहीं, तेलंगाना में टीआरएस से दो-दो हाथ करने लिए बीजेपी बड़ी रणनीति बनाने में जुटी है। 2024 के आम चुनाव से पहले होने वाले इलेक्शन केंद्र की लड़ाई का सेमीफाइनल मुकाबला माना जा रहा है। इसमें हार-जीत का 24 के चुनाव पर असर हो सकता है। पार्टी के लिए मध्य प्रदेश और कर्नाटक में सत्ताविरोधी लहर का सामना करना पड़ेगा। उधर, त्रिपुरा जहां पार्टी के टीएमसी और कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिलेगी वहीं, गठबंधन वाले राज्यों में भी सरकार बचाने की चुनौती होगी।
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1. लोकसभा के लिए रोडमैप तैयार करना।
2. छग, राजस्थान राज्यों में सत्ता वापसी।
3. मध्यप्रदेश और कर्नाटक में सत्ता बरकरार रखना।
4. दक्षिण में बीजेपी का दबदबा बनाना।
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पार्टी दक्षिण के एक और राज्य तेलंगाना में अपनी सरकार बनाने के लिए पूरा दमखम लगाने जा रही है। राज्य के सीएम के चंद्रशेखर राव के खिलाफ बीजेपी पिछले काफी वक्त से हमलावर है। इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी राज्य में टीआरएस को मात देने का दावा कर रही है। विधानसभा चुनावों में बीजेपी के लिए तेलंगाना काफी अहम रहने वाला है। दक्षिण में अपने प्रवेश द्वार कर्नाटक के बाद पार्टी तेलंगाना के जरिए इस क्षेत्र में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहती है।
पार्टी के लिए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव काफी चुनौतीभरा रहने वाला है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को मात दे दी थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में बगावत के कारण भगवा दल राज्य में फिर से सरकार बनाने में सफल हो गई थी। पार्टी पिछले करीब दो दशक से लगातार सत्ता में है ऐसे में सत्ताविरोधी लहर से उसे रू-ब-रू होना होगा। बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में निश्चित तौर पर मध्य प्रदेश पर चर्चा हो सकती है। क्योंकि भगवा दल इस अहम राज्य को खोना नहीं चाहेगी। क्या राज्य में पार्टी शिवराज सिंह चौहान के चेहरे के साथ उतरेगी या फिर सामूहिक नेतृत्व में पीएम मोदी का चेहरा होगा इन सब चीजों पर मंथन होगा।