जिलाधिकारी और डीएफओ का फर्जी हस्ताक्षर कर बांटा वन अधिकार पट्टा, दो गिरफ्तार

जिलाधिकारी और डीएफओ का फर्जी हस्ताक्षर कर बांटा वन अधिकार पट्टा, दो गिरफ्तार

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  • Publish Date - July 18, 2024 / 05:50 PM IST,
    Updated On - July 18, 2024 / 05:50 PM IST

कबीरधाम, 18 जुलाई (भाषा) छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में जिलाधिकारी और वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) के फर्जी हस्ताक्षर वाले वन अधिकार पट्टा बांटकर 19 ग्रामीणों से 3.34 लाख रुपये ठगने के आरोप में पुलिस ने दो जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया है तथा दो अन्य की तलाश जारी है। पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के रेंगाखार वन परिक्षेत्र में जिलाधिकारी और डीएफओ का फर्जी हस्ताक्षर और सील लगाकर आठ गांव के 19 ग्रामीणों को वन अधिकार पट्टा बांटने और उनसे तीन लाख 34 हजार रुपये वसूलने के आरोप में पुलिस ने मन्नूलाल कुशरे (34) और मुकेश यादव (32) को गिरफ्तार कर लिया है तथा देवीलाल कुशरे और राजकुमार यादव की तलाश की जा रही है।

उन्होंने बताया कि वन विभाग को जानकारी मिली थी कि रेंगाखार वन परिक्षेत्र में फर्जी वन अधिकार पट्टा धारकों द्वारा वन भूमि पर कब्जा किया जा रहा है। जब विभाग को सूचना मिली तब क्षेत्र में विभाग का दल रवाना किया गया।

डीएफओ और वन विभाग के अधिकारियों ने जब वन अधिकार पट्टा की जांच की तब पाया कि जिलाधिकारी और डीएफओ का फर्जी हस्ताक्षर और सील लगाकर आठ गांव के 19 ग्रामीणों को यह पट्टा बांटा गया है तथा उनसे पैसे लिए गए हैं। इसके बाद विभाग ने इसकी शिकायत पुलिस में की।

उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मामले की जांच की और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

वन मंडल अधिकारी शशि कुमार ने बताया कि फर्जी वन अधिकार पट्टा बांटे जाने का खुलासा होने के बाद पुलिस और वन विभाग के संयुक्त जांच दल ने जांच शुरू की है। इस मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। आगे जांच में और भी खुलासा होने की संभावना है।

भाषा सं संजीव

संतोष

संतोष