परीक्षा सुधार पर केंद्र की उच्चस्तरीय समिति में आईआईटी-कानपुर के दो शिक्षाविदों को भी शामिल किया गया

परीक्षा सुधार पर केंद्र की उच्चस्तरीय समिति में आईआईटी-कानपुर के दो शिक्षाविदों को भी शामिल किया गया

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  • Publish Date - July 22, 2024 / 07:28 PM IST,
    Updated On - July 22, 2024 / 07:28 PM IST

नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के कामकाज की समीक्षा करने और परीक्षा सुधारों पर काम करने वाली केंद्र की उच्च-स्तरीय समिति ने आईआईटी, कानपुर के दो शिक्षाविदों को भी सदस्य के रूप में चुना है।

इन शिक्षाविदों में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-कानपुर के कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर अमेय करकरे और सहायक प्रोफेसर डॉ देबप्रिया रॉय हैं।

प्रधान ने लोकसभा में रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के एन. के. प्रेमचंद्रन के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

मंत्री के जवाब के अनुसार, शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए के ढांचे और कामकाज तथा परीक्षा प्रक्रिया की प्रणाली में सुधारों पर सिफारिश के लिए पिछले महीने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख के. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात-सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा की थी।

समिति के अन्य सदस्यों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया, हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति बीजे राव और आईआईटी-मद्रास के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर एमेरिटस के. राममूर्ति शामिल हैं।

इनमें ‘पीपल स्ट्रॉन्ग’ के सह-संस्थापक और कर्मयोगी भारत बोर्ड के सदस्य पंकज बंसल, आईआईटी-दिल्ली के छात्र मामलों के डीन आदित्य मित्तल तथा शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल भी हैं।

भाषा वैभव सुरेश

सुरेश