नई दिल्ली: राजस्थान में मचा सियासी बवाल थमा नहीं कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच विवाद की खबरें सामने आने लगी है। दरअसल कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बीते दिनों देशभर के राज्यसभा सांसदों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। बताया गया कि इस चर्चा के दौरान कई नेताओं ने एक दूसरे पर सवालिया निशान लगाए। वहीं, बैठक के बाद दो वरिष्ठ नेताओं की सोशल मीडिया पर भिड़ंत हो गई। दोनों ट्विटर के जरिए एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा है। दोनों के इस विवाद को लेकर अब कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में भी नाराजगी की आशंका जताई जा रही है।
दरअसल यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके मनीष तिवारी ने ट्वीट कर लिखा है कि बीजेपी 2004 से 2014 के बीच सत्ता से बाहर थी। एक बार भी उन्होंने कभी वाजपेयी या उनकी सरकार को पार्टी की स्थिति के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया। कांग्रेस में दुर्भाग्य से कुछ बीमार लोगों ने डॉ मनमोहन सिंह से लड़ना शुरू कर दिया। एनडीए ने बीजेपी से लड़ने के बजाय पूर्वी की यूपीए सरकार से लड़ना शुरू कर दिया है। अभी जब साथ मिलकर चलने का वक्त है तो विभाजन जैसी सोच पाल रहे हैं।
BJP was out of Power for 10 yrs 2004-14. Not once did they ever blame Vajpayee or his Govt for their then predicaments
In @INCIndia unfortunatly some ill -informed ‘s would rather take swipes at Dr. Manmohan Singh led UPA govt than fight NDA/BJP.
When unity reqd they divide.
— Manish Tewari (@ManishTewari) August 1, 2020
वहीं, मनीष तिवारी ने ट्वीट के जवाब में राजीव सातव ने लिखा है कि मत पूछ मेरे सब्र की इन्तेहा कहां तक है, तू सितम कर ले, तेरी ताक़त जहां तक है, वफा की उम्मीद जिन्हें होगी, उन्हें होगी, हमें तो देखना है, तू ज़ालिम कहां तक है। राजीव सातव के ट्वीट के बाद ऐसा माना जा रहा है कि ये मनीष तिवारी को दिया गया जवाब है।
मत पूछ मेरे सब्र की इन्तेहा कहाँ तक है
तु सितम कर ले, तेरी ताक़त जहाँ तक है,
व़फा की उम्मीद जिन्हें होगी, उन्हें होगी
हमें तो देखना है, तू ज़ालिम कहाँ तक है।— Rajeev Satav (@SATAVRAJEEV) August 1, 2020