चेन्नई, तीन नवंबर (भाषा) अभिनेता से नेता बने विजय के नेतृत्व वाली पार्टी तमिझागा वेत्री कषगम (टीवीके) ने रविवार को चुनावी राजनीति में आगे बढ़ने के अपने तरीके पर विचार-विमर्श किया और विभिन्न मुद्दों को लेकर तमिलनाडु की द्रमुक और केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधा।
टीवीके ने 27 अक्टूबर को अपनी पहली बड़ी सार्वजनिक बैठक आयोजित की और राज्य सरकार पर जाति आधारित सर्वेक्षण कराने का दबाव बनाया तथा घोषणा की कि उसकी विचारधारा धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय पर आधारित है।
विजय ने यहां टीवीके के जिला पदाधिकारियों और कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता की और पार्टी ने अपने संगठनात्मक ढांचे को ‘मजबूत’ करने पर विचार-विमर्श किया, लोगों तक पहुंच बनाने पर चर्चा की और 26 ऐसे प्रस्ताव पारित किए, जो विभिन्न मुद्दों पर पार्टी के रुख को दर्शाते हैं।
पचास वर्षीय अभिनेता ने इस साल फरवरी में पार्टी बनाने की घोषणा की थी और हाल में निर्वाचन आयोग ने संगठन को विधिवत पंजीकृत किया था।
टीवीके ने कानून-व्यवस्था को लेकर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार की निंदा की।
इसके अलावा, इसने द्रमुक पर 2021 में सत्ता हासिल करने के लिए अपने झूठे चुनावी वादों के जरिए ‘‘लोकतंत्र और लोगों को धोखा देने’’ का आरोप लगाते हुए उसकी आलोचना की।
इसने दूध की कीमतों में वृद्धि, संपत्ति कर और बिजली दरों में वृद्धि के लिए भी द्रमुक सरकार पर निशाना साधा।
टीवीके ने जाति आधारित सर्वेक्षण कराने का आग्रह किया और परंदूर हवाईअड्डा परियोजना को रद्द करने और समयबद्ध तरीके से शराब की दुकानों को बंद करने की मांग की।
इसने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और केंद्र का भी विरोध किया। पार्टी ने वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को ‘‘संघवाद के खिलाफ हमला’’ करार दिया और इसे वापस लेने की मांग की। इस विधेयक पर फिलहाल संसद की संयुक्त समिति विचार कर रही है।
टीवीके ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के प्रस्ताव का विरोध किया और कहा कि इसे लागू करने का प्रयास लोकतंत्र के खिलाफ है तथा उसने इस कदम की निंदा की।
भाषा
देवेंद्र अमित
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