अहमदाबाद, 28 जनवरी (भाषा) गुजरात में आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने हाल ही में बिना लाइसेंस के ‘अल्प्राजोलम’ बनाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए व्यापारी के गोदाम से 40 करोड़ रुपये की दर्द निवारक दवा ‘ट्रामाडोल’ जब्त की।
एटीएस ने 24 जनवरी को आणंद जिले के खंभात के पास अवैध रूप से ‘अल्प्राजोलम’ बनाने वाली एक फैक्टरी का भंडाफोड़ किया था और रंजीत डाभी सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया था।
मंगलवार को एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि 107 करोड़ रुपये मूल्य की 107 किलोग्राम ‘अल्प्राजोलम’ जब्त की गयी थी।
मूल रूप से ट्रामाडोल का उपयोग दर्द निवारक के रूप में किया जाता है, लेकिन इसके उत्पादन और बिक्री को सख्ती से नियंत्रित किया जाता है क्योंकि इसका इस्तेमाल मन:प्रभावी दवा के रूप में भी किया जा सकता है।
विज्ञप्ति के अनुसार पूछताछ के दौरान फैक्टरी के मालिक डाभी ने बिना किसी परमिट के अहमदाबाद जिले के ढोलका के पास अपने गोदाम में 500 किलोग्राम ट्रामाडोल जमा करने की बात कबूल कर ली।
एटीएस की एक टीम ने सोमवार रात गोदाम पर छापा मारा और 40 करोड़ रुपये मूल्य की 500 किलोग्राम ट्रामाडोल बरामद की।
इसे स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम के तहत मन:प्रभावी पदार्थ के रूप में वर्गीकृत किया गया है और इसका अनधिकृत उत्पादन या बिक्री अपराध है।
विज्ञप्ति में बताया गया कि दवा के स्रोत को लेकर जांच जारी है।
एटीएस ने बताया कि डाभी और चार अन्य लोगों ने ‘अल्प्राजोलम’ बनाने के लिए खंभात शहर के पास एक फैक्टरी किराए पर ली थी।
‘अल्प्राजोलम’ नींद की गोलियां बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
भाषा जितेंद्र अविनाश
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