नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (भाषा) शीर्ष सैन्य कमांडरों ने मंगलवार को यहां संपन्न दो दिवसीय महत्वपूर्ण सम्मेलन के दौरान सीमा सुरक्षा और आंतरिक क्षेत्र को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण रणनीतिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
तेरह लाख जवानों वाली सेना के वरिष्ठ नेतृत्व ने समग्र युद्ध क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए जारी परिवर्तनकारी पहलों में तेजी लाने का भी संकल्प लिया।
सैन्य कमांडरों का सम्मेलन ऐसे समय में हुआ जब भारत और चीन के बीच एक महत्वपूर्ण समझौते के बाद पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और डेपसांग नामक दो टकराव बिंदुओं से सैनिकों की वापसी अपने ‘‘अंतिम चरण’’ में है।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पिछले दो दिनों में, भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने अभियानगत और प्रशासनिक मुद्दों पर गहन चर्चा की।
भाषा नेत्रपाल शोभना
शोभना