Today Live News and Updates 20th August 2024: नई दिल्ली : BJP Rajya Sabha Candidate List इस साल राज्यसभा की 8 राज्यों की 9 खाली सीटों पर उपचुनाव होने वाला है। जिसको लेकर सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की घोषणा की है। जॉर्ज कुरियन को मध्यप्रदेश से तो रवनीतसिंह बिट्टु को राजस्थान से प्रत्याशी बनाया गया है।
दरअसल, चुनाव आयोग ने राज्यसभा उपचुनावों के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। इसके बाद बीजेपी ने उम्मीदवारों का ऐलान किया है। पार्टी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने अलग-अलग राज्यों में होने वाले आगामी राज्यसभा के उपचुनाव के लिए कुछ नामों पर स्वीकृति प्रदान कर दी है।
असम से मिशन रंजन दास और रामेश्वर तेली, बिहार से मनन कुमार मिश्रा, हरियाणा से किरण चौधरी, मध्य प्रदेश से जॉर्ज कुरियन, महाराष्ट्र से धैर्यशील पाटिल, ओडिशा से ममता मोहंता, राजस्थान से सरदार रवनीत सिंह बिट्टू और त्रिपुरा से राजीव भट्टाचार्जी को प्रत्याशी बनाया है। यहां बता दें कि रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब से लोकसभा चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए इसके बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है। केंद्र में तीसरी बार जब मोदी सरकार बनने के बाद शपथ ग्रहण हुआ था तो रवनीत सिंह बिट्टू ने मंत्री पद की शपथ ली थी।
Today News and LIVE Update 20 August 2024 : जयपुर (राजस्थान): यूपीएससी में लेटरल एंट्री रद्द करने के लिए यूपीएससी के अध्यक्ष को पत्र लिखने पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, “PM ने आज सामाजिक न्याय को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जो पिछले 3-4 दिनों से एक लेटरल एंट्री का विषय चल रहा था उसके लिए डॉ जितेंद्र सिंह जी ने एक पत्र UPSC को लिखा है कि जब तक आरक्षण के पूरे प्रवाधान नहीं होते तब तक इसे विड्रॉ किया जाए। ये दर्शाता है कि पीएम सामाजिक न्याय के प्रतिबद्ध है…इस निर्णय के लिए हम पीएम की प्रशंसा करते हैं..”
#WATCH जयपुर (राजस्थान): यूपीएससी में लेटरल एंट्री रद्द करने के लिए यूपीएससी के अध्यक्ष को पत्र लिखने पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, “PM ने आज सामाजिक न्याय को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जो पिछले 3-4 दिनों से एक लेटरल एंट्री का विषय चल रहा था… pic.twitter.com/NKeN4Qt6PV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 20, 2024
सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई शुरू की। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि कोलकाता बलात्कार पीड़िता का नाम, फोटो और वीडियो क्लिप हर जगह प्रकाशित किया गया। कानून पीड़ितों के नाम प्रकाशित करने पर रोक लगाता है। क्या इस तरह से हम उस युवा डॉक्टर को सम्मान प्रदान कर सकते हैं जिसने अपनी जान गंवा दी?” सुप्रीम कोर्ट ने कॉलेज के प्रिंसिपल से भी सवाल किया कि उन्होंने इसे आत्महत्या के रूप में पेश करने की कोशिश की और माता-पिता को शव देखने की अनुमति नहीं दी गई।
SC says “We are deeply concerned about the fact that the name, photo and video clip of the Kolkata rape victim was published all over. The law prohibits publishing victims’ names. Is this the way we provide dignity to the young doctor who has lost her life?”
SC also questions…
— ANI (@ANI) August 20, 2024